देवघरः सदर अस्पताल में एक गर्भवती महिला (जच्चा–बच्चा दोनों) की मौत मंगलवार सुबह में हो गयी. महिला का नाम कंचन देवी (39) पति गिरिधारी मिर्धा है.
वह कुंडा थाना क्षेत्र के चांदडीह–सरकंडा की रहने वाली थी. सोमवार शाम लगभग सात बजे पेट दर्द की शिकायत पर उसके परिजनों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल के लेबर रूम में उसे भरती कराया था. मगर दर्द से तड़पते हुए मंगलवार की सुबह लगभग छह बजे उसकी मौत हो गयी. घटना की जानकारी होते ही परिजन आक्रोशित होकर सदर अस्पताल के मुख्य गेट को बंद कर दिया. इस दौरान परिजनों ने ड्यूटी में तैनात महिला चिकित्सक व अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाते हुए जोरदार हंगामा किया.
मृतका के भाई खेतन मिर्धा व अन्य महिला चिकित्सक को बरखास्त करने की मांग कर रहे थे. उधर, अस्पताल में ड्यूटी के लिए आने वाले कर्मचारियों को गेट बंद रहने से काफी दिक्कतें हुई. इस बीच नगर थाना को सूचना मिलने के बाद थाने से आये पुलिस पदाधिकारी ने आक्रोशित परिजनों को समझा–बुझाकर शांत करवाया. उसके बाद गेट खुलवा कामकाज चालू करवाया.
क्या कहते हैं डीएस
मिस हेंडलिंग के कारण महिला का यूट्रस पहले ही खराब हो गया था. इसके कारण पेट में ही बच्चे की मौत हो गयी थी. उपर से उम्र दराज होने के कारण महिला पहले से काफी कमजोर थी. इस बीच बेहतर प्रयास के बावजूद महिला को बचाया नहीं जा सका.
– डॉ सुरेश प्रसाद सिन्हा, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल.