झारखंड विधानसभा चुनाव : अब अगले मुख्यमंत्री के नाम पर कयासों का दौर जारी

रांची : झारखंड में बहुमत के जादुई आंकड़े 41 को भाजपा गंठबंधन के छूने के साथ यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा का ही अगला मुख्यमंत्री राज्य में होगा. पार्टी ने विधानसभा चुनाव में किसी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार प्रोजेक्ट नहीं किया था, इससे अबतक संशय बना हुआ है कि पार्टी किसे राज्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2014 6:40 PM
रांची : झारखंड में बहुमत के जादुई आंकड़े 41 को भाजपा गंठबंधन के छूने के साथ यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा का ही अगला मुख्यमंत्री राज्य में होगा. पार्टी ने विधानसभा चुनाव में किसी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार प्रोजेक्ट नहीं किया था, इससे अबतक संशय बना हुआ है कि पार्टी किसे राज्य का कमान सौंपेगी. हालांकि मीडिया में आ रही रिपोर्टो में रघुवर दास को सीएम की दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है.
रघुवर दास के अलावा वरिष्ठता के आधार पर पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा को भी सीएम का दावेदार माना जा रहा है. हालांकि खुद सिन्हा ने एक कार्यक्रम में रघुवर दास को राज्य का भावी मुख्यमंत्री बता कर उनकी पीठ थपथपाई थी. इनके अलावा केंद्रीय राज्य मंत्री व लोहरदगा के सांसद सुदर्शन भगत को भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है. तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे अजरुन मुंडा भी सीएम पद के हमेशा से प्रबल दावेदार रहे हैं, लेकिन खरसावां सीट से उनकी हार ने उनके मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं को सीमित कर दिया है. हालांकि पार्टी प्रमुख अमित शाह ने आज दिल्ली में अपने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि अजरुन मुंडा हमारे प्रमुख नेता हैं, वे भाजपा के लिए काम करते रहेंगे, पार्टी उनकी शक्तियों का उचित उपयोग करेगी. शाह का यह बयान अपनी हार से निराश अजरुन मुंडा के लिए उत्साहवर्धन करने वाला है.
इन कयासों के बीच भाजपा संसदीय बोर्ड की कल नयी दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में बैठक होनी है. इस बीच पार्टी कोर ग्रुप की भी आज दिल्ली में बैठक हो रही है. कोर ग्रुप व उसके बाद संसदीय बोर्ड की बैठक में पार्टी के शीर्ष नेता राज्य इकाई से परामर्श करने के बाद अगले मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला ले सकते हैं. हालांकि नरेंद्र मोदी-अमित शाह के नेतृत्व वाली भाजपा अपने फैसलों से चौंकाती रही है. बहरहाल, अब सब की निगाह बुधवार को होने वाले भाजपा संसदीय दल की बैठक और उसमें लिये जाने वाले फैसले पर टिकी है.

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