NEET-UG पटना. रविवार को देशभर में NEET-UG का एग्जाम हुआ. नीट का प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना पर पटना में कई इलाकों में छापेमारी की गई. पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. वही मामले में एफआईआर भी दर्ज किया गया है. इस बात की जानकारी पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने दी.
20 लाख रुपये लेकर दिये प्रश्न-पत्र
बताया जाता है कि कई कैंडिडेट्स से 20 लाख रुपये लेकर उन्हें प्रश्न-पत्र रटाने के लिए पटना के विभिन्न लॉजों में रखा गया था. पुलिस ने सुबह भी कंकड़बाग इलाकों में छापेमारी की थी, जहां से प्रश्न पत्र मिलने की बात सामने आयी है. पकड़े गये लोगों से पूछताछ में कई जिलों में प्रश्न-पत्र बांटने की बात सामने आयी है. बिहार के 35 जिलों में सेंटर बनाये गये थे.
रांची से गिरफ्तार स्कॉलर है सीवान का
रांची से गिरफ्तार स्कॉलर है सीवान का रहने वाला रांची के बरियातू डीएवी से जिस स्कॉलर को गिरफ्तार किया है, उसका नाम आसिफ है. वह मूल रूप से सीवान का रहने वाला है. आसिफ प्रियांशु नाम के युवक की जगह परीक्षा देने आया था. गिरफ्तार युवक ने पुलिस को बताया कि वह दरभंगा मेडिकल इंस्टीट्यूट से पढ़ाई कर रहा है. उसे प्रियांशु के स्थान पर परीक्षा देने के एवज में पांच लाख रुपये देने का ऑफर दिया गया था. इस कारण वह परीक्षा देने के लिए रांची आया हुआ था.
दो घंटे बाद सामने आया पेपर
पेपर लीक पर मामले मे एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नियमों के मुताबिक छात्रों को परीक्षा के बाद केवल प्रश्न पत्र के साथ हॉल से बाहर जाने की अनुमति है. लेकिन, कुछ छात्र पहले ही जबरदस्ती बाहर चले गये, इसके चलते प्रश्न पत्र शाम करीब चार बजे इंटरनेट पर प्रसारित हो गया. हालांकि, तब तक देशभर के अन्य सभी केंद्रों पर दो घंटे की परीक्षा हो चुकी थी. इसलिए, नीट यूजी का प्रश्न पत्र लीक नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि एनटीए ने पहले ही कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी थी. जेइइ मेन एग्जाम में जिन 10 लोगों को पकड़ा गया था, उसी के आधार पर नीट यूजी को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया था.
नीट यूजी की परीक्षा में कदाचार के आरोप में देश भर में 50 से अधिक लोगों को पकड़ा गया है. पकड़े गये लोगों में कई एमबीबीएस के छात्र भी शामिल हैं. हालांकि पेपर लीक की बात गलत है.
साधना पराशर, डायरेक्टर, एनटीए