योजनाओं की राशि नहीं मिलने पर स्कूल में तोड़फोड़

बिहारशरीफ. वर्ष 2012 की छात्रवृत्ति की राशि मांग को लेकर छात्रों ने हंगामा किया और विद्यालय में तोड़-फोड़ की. घटना बिहारशरीफ प्रखंड अंतर्गत उच्च विद्यालय दीपनगर में गुरुवार को घटी. पुलिस बल और शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के काफी समझाने-बुझाने के बाद मामला शांत हुआ. जानकारी के अनुसार उच्च विद्यालय, दीपनगर के नौवीें-दसवीं के छात्र-छात्रओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2013 10:28 PM

बिहारशरीफ.

वर्ष 2012 की छात्रवृत्ति की राशि मांग को लेकर छात्रों ने हंगामा किया और विद्यालय में तोड़-फोड़ की. घटना बिहारशरीफ प्रखंड अंतर्गत उच्च विद्यालय दीपनगर में गुरुवार को घटी. पुलिस बल और शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के काफी समझाने-बुझाने के बाद मामला शांत हुआ. जानकारी के अनुसार उच्च विद्यालय, दीपनगर के नौवीें-दसवीं के छात्र-छात्रओं के बीच छात्रवृत्ति, पोशाक और साइकिल की राशि का वितरण की तिथि निर्धारित थी. राशि का वितरण संबंधित क्षेत्र विधायक के द्वारा किया जाना था, परंतु विधायक की व्यस्तता के कारण राशि वितरण की तिथि आगे बढ़ा कर 26 दिसंबर कर दी गयी. छात्रवृत्ति की राशि लेने पहुंचे छात्रों को वर्ष 2012 की छात्रवृत्ति की राशि नहीं मिलने के कारण असंतोष व्याप्त था.

नौवीं और दसवीं के छात्र-छात्रओं ने पूर्व की छात्रवृत्ति की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. शिक्षकों के समझाने-बुझाने पर छात्र और उग्र हो गये और विद्यालय के उपस्करों को भारी नुकसान पहुंचाया. मामला बिगड़ता देख शिक्षकों ने स्थानीय थाने और शिक्षा विभाग को सूचित किया. जानकारी पर विभाग के कई पदाधिकारी और दीपनगर थाना के पुलिस विद्यालय पहुंची. काफी समझाने-बुझाने के बाद छात्र शांत हुए. वर्ष 2012 की छात्रवृत्ति से वंचित छात्रों को जब कहा गया कि मामले की छानबीन कर छात्रवृत्ति की राशि वितरण करने का प्रयास किया जायेगा. साथ ही वर्ष 2013 में प्राप्त छात्रवृत्ति, पोशाक और साइकिल की राशि वितरण छात्रों की पांच सदस्यीय टीम द्वारा कराया जायेगा. तब जाकर छात्रों का गुस्सा शांत हुआ. 26 दिसंबर को विद्यालय की पांच सदस्यीय छात्रों की टीम द्वारा राशि का वितरण किया जायेगा. बिहारशरीफ के प्रखंड विकास पदाधिकारी मिथलेश कुमार, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पूनम कुमारी, सीमा कुमारी ने विद्यालय में पहुंच कर छात्रों को समझाने-बुझाने में कामयाबी हुए.

Next Article

Exit mobile version