मध्यप्रदेश में 10वीं और 12वीं बोर्ड के परिणामों से छात्र निराश, भाई-बहन सहित 12 विद्यार्थियों ने की खुदकुशी
भोपाल : मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की इस साल ली गयी 10वीं एवं 12वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम शुक्रवार को घोषित होने के कुछ ही घंटों के भीतर रिजल्ट से निराश सगे भाई-बहन सहित 12 विद्यार्थियों ने प्रदेश के अलग-अलग शहरों में कथित रूप से आत्महत्या कर ली है. इनमें छह छात्राएं हैं. इनके अलावा, […]
भोपाल : मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की इस साल ली गयी 10वीं एवं 12वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम शुक्रवार को घोषित होने के कुछ ही घंटों के भीतर रिजल्ट से निराश सगे भाई-बहन सहित 12 विद्यार्थियों ने प्रदेश के अलग-अलग शहरों में कथित रूप से आत्महत्या कर ली है. इनमें छह छात्राएं हैं. इनके अलावा, असफल रही ग्वालियर की एक अन्य लड़की ने भी कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया हैै.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, परीक्षा परिणामों से निराश प्रदेश भर में शुक्रवार को 12वीं के आठ विद्यार्थियों ने खुदकुशी की, जबकि 10वीं के चार विद्यार्थियों ने अपनी जान दे दी. प्रदेश के सतना जिले में सगे भाई-बहन सहित सबसे ज्यादा तीन विद्यार्थियों ने आत्महत्या की है.
पुलिस प्रवक्ता एवं फॉरेन्सिक अधिकारी डॉ जेएस यादव ने बताया कि सतना जिले में सगे भाई-बहन सहित तीन विद्यार्थियों ने परीक्षा में फेल होने पर आत्महत्या कर ली है. यादव ने बताया कि कोलगवां थाने के खमरिया पयसियान निवासी रामसुमन पांडेय की 18 वर्षीय बेटी रश्मि पांडेय ने 12वीं की परीक्षा में और 15 वर्षीय बेटे दीपेंद्र ने 10वीं परीक्षा में फेल होने पर अपने ही कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी. इसी प्रकार सिंहपुर पुलिस थाने पुरवा गांव में 12वीं की छात्रा रीना सिंह ने एक विषय में सप्लीमेन्टरी आने पर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
हबीबगंज पुलिस थाना प्रभारी रवींद्र यादव ने बताया, ‘‘भोपाल के एक्सीलेंस स्कूल के 10वीं के छात्र नमन कड़वे ने जहरीला इंजेक्शन लगाकर खुदकुशी की ली. शुक्रवार को दोपहर में अपना रिजल्ट देखने के बाद उसने यह कदम उठाया. वह 74.4 फीसदी अंक के साथ पास हुआ था, लेकिन उसे उम्मीद थी कि उसके 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक आएंगे. कम अंक आने से निराश होकर उसने अपनी जान दे दी.’ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीकेएस परिहार ने बताया कि छतरपुर जिले के हालीपुरा गांव की 12वीं के छात्र विकास रावत ने रिजल्ट आने से पहले ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसकी सप्लिमेंटरी आयी है.
जबलपुर स्थित मदन महल चौकी प्रभारी वाईएस मिश्रा ने बताया कि 12वीं में सप्लीमेंटरी आने पर खिन्नी मोहल्ला निवासी कंचन दुबे ने शुक्रवार को गुलौआ रेलवे फाटक पर चलती ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली है. उसकी भौतिक विषय में सप्लीमेंटरी आयी थी. इंदौर से मिली जानकारी के अनुसार, इंदौर के सदर बाजार थाना क्षेत्र में 10वीं के छात्र सुमित बागोरा ने परीक्षा परिणाम देखने के बाद फांसी लगा ली. वह फेल हो गया था.
इसी बीच, कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी राजेश बंजारे ने बताया कि टीकमगढ़ के नरगुड़ा इलाके में 10वीं की छात्रा पिंकी प्रजापति ने भी रिजल्ट आने के बाद फांसी लगा ली है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र वर्मा ने बताया कि भिंड शहर में भी 12वीं के छात्र तपिश मिहालिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह भी अच्छा रिजल्ट न आने के कारण परेशान था.
वहीं, गुना जिले के मधुसूदनगढ़ में 12वीं फेल छात्रा लक्ष्मीबाई ढीमर ने शुक्रवार की शाम को जहर पी लिया, जिससे उसकी मौत हो गयी. इसी बीच, बालाघाट से मिली खबर के अनुसार, बालाघाट जिले के लालबर्रा क्षेत्र के ग्राम बेहरई निवासी देवेंद्र ने 12वीं परीक्षा में दो विषय में फेल होने पर कीटनाशक पी लिया. उसे तुरंत उसके परिजन उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाये, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी.
वहीं, एक अन्य घटना में ग्वालियर पुलिस कंट्रोल से मिली सूचना के अनुसार, 12वीं की छात्रा प्रज्ञा कुशवाह ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. वह फेल होने से परेशान थी. ठीक इसी तरह से 10वीं की छात्रा लाली बाजपेयी ने भी ग्वालियर के इंदरगंज पुलिस थाना इलाके में जहर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. उसे उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है.