AIIMS Kalyani: पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के कल्याणी समेत पांच एम्स किए राष्ट्र को समर्पित
AIIMS Kalyani: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के कल्याणी समेत देश के विभिन्न राज्यों में बने पांच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) राष्ट्र को समर्पित किए.
कोलकाता, सामू रजक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पश्चिम बंगाल के कल्याणी (AIIMS Kalyani) समेत देश के विभिन्न राज्यों में बने पांच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) राष्ट्र को समर्पित किए. पीएम ने कल्याणी (पश्चिम बंगाल), राजकोट (गुजरात), बठिंडा (पंजाब), रायबरेली (उत्तर प्रदेश) और मंगलागिरि (आंध्र प्रदेश) में नवनिर्मित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का ऑनलाइन उद्घाटन किया. बता दें कि एम्स कल्याणी की स्थापना के लिए नदिया जिले के बसंतपुर गांव में 2018 में भूमि पूजन हुआ था.
वर्ष 2018 में एम्स कल्याणी का हुआ था शिलान्यास
नदिया जिले के बसंतपुर गांव में एम्स कल्याणी की स्थापना के लिए 2018 में भूमि पूजन हुआ था. जनवरी 2019 में संकाय सदस्यों की भर्ती शुरू हुई. सितंबर 2019 में एमबीबीएस छात्रों का उद्घाटन बैच शुरू हुआ. जनवरी 2021 में आठ विभागों से ओपीडी की शुरुआत हुई. उस समय ओपीडी में हर दिन 100 रोगियों की जांच होती थी, लेकिन अब यह संख्या बढ़ कर 1800-2000 पहुंच गयी है. यहां इमरजेंसी सेवा भी शुरू हुई है. अभी तक 400 बेड की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. एम्स कल्याणी में उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवा और उन्नत आइसीयू सुविधाएं उपलब्ध हैं. इसमें 23 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर और मरीजों की सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक पूरी तरह सुसज्जित ब्लड बैंक है.
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एम्स कल्याणी में हैं कौन-कौन विभाग
एम्स कल्याणी में ऑन्कोलॉजी, कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन, रेडियोथेरेपी और न्यूक्लियर मेडिसिन जैसे नये सुपर-स्पेशियलिटी विभाग हैं. इसके अलावा ब्लड बैंक चौबीसों घंटे काम करता है. इसके साथ ही हाई एनर्जी लीनियर एक्सेलेरेटर, लो एनर्जी लीनियर एक्सेलेरेटर और सीटी सिम्युलेटर नामक नवीनतम मशीनों से सुसज्जित रेडियोथेरेपी विभाग ने कैंसर रोगियों को सेवाएं देनी शुरू की गयी हैं. अत्याधुनिक पीइटीसीटी और एसपीइसीटी सीटी वाला न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग जल्द ही शुरू होने जा रहा है. इसके बुनियादी ढांचे और सेवाओं का विस्तार करने की योजनाएं चल रही हैं, जिनमें कैथ प्रयोगशाला, डायलिसिस सुविधा और विस्तारित रेडियोलॉजी सेवाओं जैसी उन्नत सुविधाओं का विकास शामिल है.