औरंगाबाद: चुनाव में आतंक फैलाने की साजिश नाकाम, राइफल व कारतूस के साथ शातिर गिरफ्तार
औरंगाबाद एसपी ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा कि साइबर थाना की पुलिस उपाधीक्षक डॉ अनु कुमारी को इस पूरे घटना की गुप्त सूचना मिली थी. पुलिस ने इसपर कार्रवाई कर इनको गिरफ्तार कर ली
सुजीत कुमार सिंह
औरंगाबाद लोकसभा चुनाव के दौरान आतंक फैलाने की साजिश को पुलिस की टीम ने नाकाम कर दिया है. माली थाना क्षेत्र के सिमरी धमनी गांव में छापेमारी कर पुलिस ने 315 बोर का एक राइफल और कारतूस बरामद करते हुए शातिर को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी व बरामदगी से संबंधित जानकारी प्रेस वार्ता के माध्यम से एसपी स्वप्ना जी मेश्राम ने साझा की. एसपी ने बताया कि साइबर थाना के पुलिस उपाधीक्षक डॉ अनु कुमारी को गुप्त सूचना मिली कि माली थाना क्षेत्र के सिमरी धमनी गांव में एक व्यक्ति द्वारा अवैध आग्नेयास्त्र रखा गया है तथा चुनाव के दौरान वह विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न कर सकता है.
देशी राइफल,सात जिंदा कारतूस, तीन खोखा बरामद
सूचना के बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया. साइबर थाना ,माली थाना के साथ डीआईयू की टीम धमनी सिमरी गांव स्थित विजेंद्र कुमार के घर में छापेमारी की. इस क्रम में पुलिस ने पहले उसको दबोच लिया फिर उसके घर की तलाशी ली गयी. इस क्रम में 315 बोर का एक देशी राइफल,सात जिंदा कारतूस, तीन खोखा और एक मोबाइल बरामद किया गया. आरोपित से काफी देर तक पूछताछ की गयी.
विजेंद्र मेहता गिरफ्तार
इस मामले में माली थाना में कांड संख्या 70/24 के रूप में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गयी. गिरफ्तार आरोपित विजेंद्र मेहता धमनी सिमरी गांव के रामप्रवेश मेहता का पुत्र है. एसपी ने बताया कि हथियार कहा से आया और किसलिए रखा गया था इसकी पड़ताल की जा रही है.छापेमारी टीम में पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार, दारोगा नेहा रंजन, सिपाही रोहित कुमार, अनामिका कुमारी के साथ-साथ साइबर थाना के टेक्टनिकल टीम भी शामिल थी. प्रेसवार्ता में सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय,साइबर डीएसपी डॉ अनु कुमारी भी मौजूद थी.
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