अयोध्या: राम नवमी के मौके पर बाल रूप रामलला के दर्शन के लिए 15 लाख श्रद्धालु अयोध्या (Ayodhya Ram Mandir) पहुंचे. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने ये आंकड़े जारी किए हैं. गौरतलब है कि रामनवमी (Ram Navami 2024) के मौके पर सुबह 3.30 बजे से दर्शन शुरू हुए थे और देर रात 11 बजे ये सिलसिला जारी रहा था. श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए राम पथ पर सात लाइनें बनाई गई थी. हालांकि इनमें से कई लेन खाली थी. इसके चलते लोगों को आसानी से दर्शन मिल रहे थे. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार भीड़ पिछली रामनवमी से कम थी.
अनुमान से कम रही श्रद्धालुओं की भीड़
500 साल बाद बने राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में पहली रामनवमी का उत्साह देखने वाला था. मंदिर परिसर से लेकर राम पथ, धर्म पथ तक सजाया गया था. फूल से सजी सड़कें अलग ही अलौकिक माहौल पैदा कर रही थी. सरयू तट पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी. रामनवमी की सुबह से लेकर शाम तक स्नान करने वालों की भारी भीड़ सरयू तट पर थी. पुलिस जमीन के साथ ही ड्रोन से भी श्रद्धालुओं पर नजर बनाए हुए था. बताया जा रहा है कि 40 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के राम नगरी पहुंचने का अनुमान था. लेकिन संख्या काफी कम रही. कम श्रद्धालु आने के पीछे ट्रस्ट की अपील को भी माना जा रहा है. ट्रस्ट ने जनता से अपील की थी कि वो रामनवमी को किसी भी मंदिर या घर में ही मनाए.
1.5 करोड़ से अधिक लोग कर चुके हैं दर्शन
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद 1.5 लाख लोग प्रतिदिन रामलला के दर्शन करने आते हैं. अब तक 1.7 करोड़ से अधिक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके हैं. राम नवमी के दिन लगभग 15 लाख लोगों ने रामलला के दर्शन किए हैं. अयोध्या जिला प्रशासन ने क्राउड मैनेजमेंट के लिए कई तरह की व्यवस्थाएं की थी. जिससे एक ही स्थान पर भीड़ न लगे और श्रद्धालु चलते फिरते दर्शन करते रहें. इस क्राउड मैनेजमेंट का फायदा राम नवमी के दिन देखने को मिला. सभी श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन मिल सके. एक दो छिटपुट शिकायतों को छोड़ दिया जाए तो राम नवमी पर कोई बड़ी शिकायत नहीं मिली.
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