Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर में श्री रामलला का सूर्य तिलक प्रभात खबर पर लाइव

17 अप्रैल को रामलला 19 घंटे दर्शन देंगे. राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के कपाट सुबह 3.30 बजे खुल गए. श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ पड़ी है. 12 बजकर 16 मिनट पर सूर्य तिलक होगा.

By Amit Yadav | April 17, 2024 1:06 PM

अयोध्या: श्री राम जन्मोत्सव के मौके पर आज 17 अप्रैल बुधवार को अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में प्रभु श्री रामलला (Ramlala Ayodhya) का तिलक सूर्य की किरणों से होगा. 12 बजकर 16 मिनट पर भगवान के मस्तक पर सूर्य किरणें तिलक करेंगी. लगभग पांच मिनट तक ये अद्भुत व अलौकिक दृश्य देश-विदेश में बैठे श्रद्धालु प्रभात खबर के यूट्यूब चैनल के साथ ही prabhatkhabar.com पर भी लाइव देख सकेंगे. सूर्य तिलक की लाइव स्ट्रीमिंग देखने के लिए क्लिक करें.

सुबह 3.30 बजे से खुले कपाट
रामलला (Ayodhya Ram Mandir) के ललाट पर सूर्य तिलक के लिए रूड़की के सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स बंगलुरु के वैज्ञानिकों ने तकनीकी व्यवस्था की है. बता दें कि 17 अप्रैल को रामलला 19 घंटे दर्शन देंगे. राम मंदिर के कपाट सुबह 3.30 बजे खुल जाएंगे. अभिषेक, श्रृंगार, आरती व दर्शन साथ-साथ होगा. जन्म आरती दोपहर 12 बजे होगी. भोग आरती 12.30 बजे होगी. 12.50 बजे फिर दर्शन शुरू हो जाएंगे. संध्या आरती शाम को 6.15 बजे होगी. 10 मिनट के लिए दर्शन रोके जाएंगे और पर्दा लगेगा. शयन आरती भक्तों की भीड़ के अनुसार तय किया जाएगा. रामनवमी (Ram Navami 2024) पर रामलला सोने, चांदी व रत्नों से जड़े पीले वस्त्र पहनेंगे. ये वस्त्र मशहूर डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने तैयार किए हैं. धर्म पथ, राम पथ, सरयू तट, राम की पैड़ी और मंदिर परिसर में हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा की जाएगी.


हनुमानगढ़ी में भी तड़के दर्शन शुरू
हनुमानगढ़ी में सुबह 3.30 बजे से दर्शन शुरू होगा. दोपहर में 12 बजे से 12.20 बजे तक मंदिर के पट बंद हो जाएंगे. 20 मिनट आरती व भोग होगा. इसके बाद दोपहर 3 बजे से 3.20 बजे तक आरती के लिए दर्शन किया जाएगा. रात को 10 बजे से 10.30 बजे तक दर्शन बंद रहेंगे. 11.30 बजे शयन आरती के साथ ही दर्शन बंदकर दिए जाएंगे.

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त्रेतायुग जैसा उच्च योग
बताया जा रह है कि सूर्य तिलक के दौरान त्रेतायुग जैसा संयोग बन रहा है, जैसा की राम के जन्म के समय बना था. सूर्य चंतिलक के दौरान रवि योग, गजकेसरी योग, केदार, शुभ, सरल, अमला, परिजात, काहल, वाशि योग बन रहा है. इन्हीं नौ योग के दौरान रामलला का सूर्य तिलक होगा. वाल्मीकि रामायाण के अनुसार रामलाल के जन्म के सय सूर्य, चंद्रमा और शुक्र उच्च राशि में थे. 17 अप्रैल को भी ऐसा ही उच्च योग बन रहा है.

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