लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (सीइसी) की बैठक बुधवार देर शाम तक पटना में चली. बैठक में शामिल हुए कांग्रेस नेताओं ने बताया कि बिहार की नौ सीटों पर कांग्रेस के चुनाव लड़ने पर सहमति बनती दिख रही है. जबकि कांग्रेस पार्टी ने बिहार की 15 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया था. वहीं भागलपुर सीट को लेकर ऊहापोह बरकरार है. कांग्रेस और राजद के अपने-अपने दावे अभी सामने आ रहे हैं.
कांग्रेस को दिया गया विकल्प! राजद नेताओं का दावा..
राजद नेताओं का कहना है कि कांग्रेस को भागलपुर, कटिहार व किशनगंज में एक सीट चुनने का विकल्प बैठक में दिया गया. कांग्रेस को छह सीटें मिलने की संभावना है. कांग्रेस नेताओं का दावा है कि भागलपुर से कांग्रेस पार्टी को ही टिकट मिलेगा. गुरुवार को प्रत्याशी के नाम जारी हो जायेंगे. इधर, टिकट की रेस में शामिल तीन कांग्रेस नेताओं ने बताया कि गुरुवार दोपहर तक सभी नौ सीटों पर नाम तय हो सकते हैं.
भागलपुर समेत अन्य सीटों पर खींचतान
सूत्रों के अनुसार, इंडिया गठबंधन की बैठक में भागलपुर के अलावा अन्य लोकसभा सीटों को लेकर खींचतान चली. सीइसी की बैठक में कांग्रेस व राजद के बीच पूर्णिया व कटिहार सीट को लेकर काफी मंथन हुआ. वहीं बिना सहमति के अपने प्रत्याशियों को सिंबल बांटने पर विवाद भी गहराया. बैठक में औरंगाबाद व बेगूसराय सीट को लेकर भी समझौता हुआ. कांग्रेस ने बेगूसराय से कन्हैया कुमार को टिकट देने का प्रस्ताव रखा. जबकि यहां से लेफ्ट के प्रत्याशी को टिकट मिलने के आसार हैं.
31 मार्च को फिर से होगी सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक
पटना में आयोजित सीइसी की बैठक की जानकारी देते हुए भागलपुर के एक कांग्रेस नेता ने बताया कि 31 मार्च को फिर से सीइसी की फिर से बैठक होगी. अगले तीन दिन तक सभी तरह के गतिरोध को समाप्त करने के प्रयास किये जायेंगे.
कांग्रेस व राजद नेताओं का बयान..
इधर, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष परवेज जमाल ने बताया कि बैठक में तय हुआ कि कांग्रेस को भागलपुर, पटना साहिब, किशनगंज, कटिहार, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, बेतिया समेत नौ सीटें दी जायेगी. हालांकि फैसलों पर अंतिम मुहर गुरुवार को लग सकती है. वहीं राजद के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने बताया कि अब तक सीटों को लेकर अधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है. इस विषय पर कुछ कहना ठीक नहीं होगा.