Bhagalpur News :पिता ने अपने रहते हुए खाने-पीने का इंतजाम किया या न किया हो, पर पिता ने बेटी की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ीथी. पर शायद अब फरहत और उसके स्वर्गवासी पिता का सपना अधूरा ही रह जायेगा. अपनी इकलौती बेटी को पढ़ा लिखा कर आइपीएस अफसर बनाने का सपना देखने वाले मो कामिल उर्फ कामो नामक टोटो चालक की हत्या के बाद फरहत उर्फ रोजी और उसकी मां रानी पूरी तरह बेसहारा हो चुकी है. फिलहाल पिता के बचाए पैसों से किसी तरह खाने-पीने का इंतजाम हो जा रहा है. पर वह भी ज्यादा दिन नहीं चल सकेगा. परिवार की स्थिति यह है कि न्याय के लिए गुहार लगाने तक के लिए परिवार के लोगों के पास अब पैसे नहीं बचे हैं. मामले में फरार मुख्य अभियुक्त मृतक का भाई मो लाल और उसके परिवार के लोग अब फरहत और उसकी मां को बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दिलवा केस उठाने को कह रहे हैं. धमकियों से डरकर फरहत ने कॉलेज तक जाना छोड़ दिया है. जब भी वह अपनी मां को लेकर हबीबपुर थाना जाकर इस बात की शिकायत करती है तो उसे केवल आश्वासन ही दिया जाता है. वहीं तिरपाल के बने छत के नीचे रहने वाली मां-बेटी को कितने दिनों तक सुरक्षा दे सकेगी यह अब देखने की बात है.
विगत 30 अप्रैल को भागलपुर के हबीबपुर थाना क्षेत्र के शाहजंगी स्थित पुरानी महल के पीछे रहने वाले टोटो चालक 55 वर्षीय मो कामिल उर्फ कामो की उसके भाई और परिवार के लोगों ने ही पीटपीट कर हत्या कर दी थी. मामले में पैतृक घर से पानी लाने को लेकर हुए विवाद में मृतक केभाई मो लाल और उसके परिवार के लोगों ने लाठी-डंडे से पीट कर घटना को अंजाम दिया था. घटना के दो दिन बाद पुलिस ने कांड की नामजद अभियुक्त मृतक व अभियुक्त की मां मोइना को गिरफ्तार कर कोरम पूरा कर लिया पर अब तक मुख्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है. मृतक की पत्नी रानी ने बताया कि अब उनके बुढ़ापे का सहारा सिर्फ उनकी बेटी ही है. वह इस बुढ़ापे में इधर उधर कुछ मजदूरी या चौंका बर्तन कर अपना घर चलाये या फिर बेटी को सिलाई व कढ़ाई के काम में लगा अपना पेट पाले. रानी ने बताया कि फरहत के पिता चाहते थे कि उनकी बेटी एक अफसर बने. इसके लिए कभी उनके पति ने अपनी जेब नहीं देखी. बेटी को जिस किताब और पढ़ाई के लिए जिस चीज की जरूरत होती थी उसे पूरा करते थे, चाहे घर पर खाने पर भी आफत हो. वहीं फरहत ने कहा कि ‘आइपीएस अफसर बनूं, मां और खुद के लिए परिवार का खर्चा जुटाऊं या पिता के हत्यारे को सजा दिलाऊं…’
पार्ट टू में एडमिशन के लिए भरा है फॉर्म, फीस का कैसे होगा इंतजाम
फरहत ने बताया कि उसने इसी साल पार्ट वन की परीक्षा दी है. और पार्ट टू में दाखिले के लिए एडमिशन फॉर्म भरा है. इसके साथ साथ वह यूपीएससी परीक्षा की भी तैयारी कर रही है. पढ़ाई के लिए ही उसके पिता ने किसी तरह इधर उधर से पैसा उधार लेकर उसे एक मोबाइल लाकर दिया था. जिस पर वह यू ट्यूब पर ऑनलाइन पढ़ाई करती है. पर शायद अब आइपीएस बनने का सपना सपना ही रह जायेगा.
मोहल्ले के लोगों ने कहा था, फरहत में है काबिलियत
मो कामिल उर्फ कामो की मौत के बाद मोहल्ले के लोगों ने बताया कि बेटी को पढ़ाने के लिए कामो ने घर पर टीन का शेड तक नहीं लगाया, महज पन्नी और तिरपाल का शेड लगाकर वह परिवार के साथ रहता था. उसकी बेटी फरहत उर्फ रोजी ने भी कभी अपने माता-पिता को मायूस नहीं किया. कॉलेज में अव्वल आने के साथ साथ वह मोहल्ले में भी उसकी उम्र के सभी लड़के-लड़कियों में सबसे तेज है.