किसानों के विभिन्न मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा ने आज यानी 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया है. इसका असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है. पुलिस ने सुबह से ही बुलंदशहर और मेरठ में प्रमुख किसान नेताओं को नजरबंद करना शुरू कर दिया है. वहीं मुजफ्फरनगर देहात क्षेत्र में किसान कम संख्या में खेतों पर गए. सुबह मंडी भी बंद रही. ट्रांसपोर्ट से गाड़ियों में माल नहीं लादा गया. भाकियू कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. भोपा क्षेत्र में नहर पुल पर सुबह ही कार्यकर्ता इकट्ठे होने शुरू हो गए थे. इसके अलावा खतौली, मंसूरपुर, जानसठ समेत अन्य क्षेत्र में बनाए गए प्वाइंट पर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि ग्रामीण भारत बंद में किसानों का सहयोग मिल रहा है. किसान सरकार के विरोध में काम बंद कर घरों पर ही रहे. वहीं इटावा में किसानों के समर्थन में महिलाएं सड़क पर बैठकर नारेबाजी कर रही हैं. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए चिल्ला बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी गई है.
मुजफ्फरनगर में यहां धरना प्रदर्शन करेगी भाकियू
ब्लॉक खतौली में नावला कोठी
ब्लॉक जानसठ में खतौली तिराहा
मोरना ब्लॉक में भोपा पुल
चरथावल ब्लॉक में नहर पर
पुरकाजी ब्लॉक में फलौदा कट
शाहपुर में ब्लॉक मुख्यालय पर
बुढ़ाना में बायवाला चौकी व फुगाना
सदर ब्लॉक में बागोवाली चौराहा
बघरा ब्लॉक में जागाहेड़ी टोल पर
किसानों ने उठाए यह मुद्दे
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करने, लखीमपुर खीरी के साजिशकर्ता को गिरफ्तार करने, 736 किसान परिवारों के लिए सिंधू बॉर्डर पर स्मारक बनाने और किसान परिवारों को मुआवजा व पुनर्वास की मांग रखी है.भारत बंद के लिए औद्योगिक क्षेत्रीय हड़ताल में संयुक्त किसान मोर्चा, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और स्वतंत्र क्षेत्रीय महासंघ के अलावा किसान-मजदूरों से समर्थन मांगा गया है. दावा किया गया है हड़ताल में ट्रांसपोर्टर भी संयुक्त किसान मोर्चा के साथ रहेंगे.
शामली में रोड जाम कर शुरू किया धरना
किसानों के विभिन्न मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाकियू कार्यकताओं ने शामली में तहसील के सामने और झिंझाना में गाड़ी वाले चौराहे पर धरना शुरू दिया. सरकार के खिलाफ भी खूब नारेबाजी की गई. भाकियू जिलाध्यक्ष कालिंद्र मलिक, कपिल खाटियान और अन्य ने एमएसपी पर गारंटी कानून, बकाया गन्ना भुगतान नहीं होने पर आक्रोश जताया. साथ ही दिल्ली कूच कर रहे किसानों के साथ कोई भी ज्यादती नहीं होने की मांग की. उनका कहना है कि यदि किसानों का उत्पीड़न किया गया तो वे भी दिल्ली में डेरा डालेंगे. किसान दोपहर 2.00 बजे तक भी तक धरना देंगे. धरना देने वालों को श्याम सिंह, सत्यपाल, विदेश मलिक, सुनील कुमार, राजवीर आदि शामिल रहे.