Bihar Flood: छपरा में गंगा ने दिखाया रौद्र रूप, बेगूसराय के गांवों का शहर से संपर्क टूटा

Bihar Flood: बक्सर के तटवर्ती इलाकों में पानी पसरता जा रहा है. वहीं, शहर के रामरेखा घाट का विवाह मंडप पानी से लबालब हो गया है. अन्य घाटों की सीढ़ियां भी डूब गयी हैं और चरित्रवन स्थित श्मशानघाट पर पानी चढ़ने से शवदाह के लिए जगह की कमी हो गयी है.

By Ashish Jha | August 9, 2024 11:46 AM

Bihar Flood: बक्सर/छपरा/बेगूसराय. गंगा के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में हो लगातार हो रही बारिश के बाद कई डैम खोले जाने से गंगा के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इससे बक्सर के तटवर्ती इलाकों में पानी पसरता जा रहा है. वहीं, शहर के रामरेखा घाट का विवाह मंडप पानी से लबालब हो गया है. अन्य घाटों की सीढ़ियां भी डूब गयी हैं और चरित्रवन स्थित श्मशानघाट पर पानी चढ़ने से शवदाह के लिए जगह की कमी हो गयी है.

पानी बढ़ने की रफ्तार धीमी

केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार की शाम छह बजे गंगा का जल स्तर वार्निंग लेवल से मात्र तीन सेंटीमीटर कम था. जबकि, खतरे के निशान से 1.3 मीटर दूर है. अभी जल स्तर में तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे के हिसाब बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में गंगा का पानी देर रात तक वार्निंग लेवल को पार कर जायेगा. बक्सर में वार्निंग लेवल 59.32 मीटर व खतरे का निशान 60.32 मीटर पर है. विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक वाराणसी और प्रयागराज में भी गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है. हालांकि वहां पानी बढ़ने की रफ्तार धीमी हो गयी है.

छपरा के पास भी गंगा रौद्र रूप

छपरा के पास भी गंगा रौद्र रूप लेते जा रही है. इससे सरयू नदी भी छपरा शहर की ओर बढ़ रही है. बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के अनुसार गांधी घाट के पास गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी है. गांधी घाट के पास 48.60 मीटर के जल स्तर पर खतरे का निशान है और फिलहाल यहां पर जल स्तर 48.70 मीटर है. गंगा में पानी बढ़ने से सरयू का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. इससे शहर के दक्षिण दलिया रहीमपुर और जान टोला पंचायत के ऊपरी इलाके में पानी घुस गया है. यदि पानी और बढ़ा तो शहर में प्रवेश कर जायेगा.

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कई गांवों का संपर्क टूटा

बेगूसराय जिले के बछवाड़ा, तेघड़ा, बरौनी, मटिहानी, शाम्हो, बलिया व साहेबपुरकमाल प्रखंडों में गंगा का पानी फैलने लगा है. सबसे अधिक पानी शाम्हो प्रखंड में फैला है, इससे कुछ गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से भंग हो गया है. प्रखंड की 50 हजार की आबादी बाढ़ की चपेट में आ गयी है. इसको देखते हुए प्रशासन ने नावों की व्यवस्था की है और लोगों व मवेशियों को ऊंचे स्थानों पर रखने के लिए जगह भी चिह्नित कर लिया गया है. केंद्रीय जल आयोग ने ऑरेंज बुलेटिन जारी कर बताया है कि गांधी घाट गंगा गंभीर स्थिति में बह रही है. जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है. प्रति घंटे 20 मिलीमीटर की वृद्धि हो रही है. यह 21 अगस्त 2016 को दर्ज उच्चतम जलस्तर 50.52 मीटर से 1.74 मीटर नीचे है.

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