Bihar News: संसाधनों की भरमार, फिर भी वार्डों में कचरे का अंबार
सफाई एजेंसी की लापरवाही के कारण शहर की मुख्य सड़क छोड़कर शहर की गली मोहल्ले में जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है. शहर में ऐसे कई मोहल्ले हैं. जहां नियमित रूप से कचरे का उठाव भी नहीं हो पा रहा है. यही शहर वासियों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है.
सरोज कुमार, कटिहार.
सफाई व्यवस्था में हर माह खर्च होता है एक करोड़, 39 लाख, 90 हजार रुपये
Bihar News: कटिहार में सफाई मद में नगर निगम का हर माह एक करोड़ 39 लाख 90 हजार खर्च कर रहा है. फिर भी गंदगी जस की तस पड़ रही है. चुनावी मौसम में एक तरफ जहां निगम के अधिकारी प्रशासनिक कामकाज में व्यस्त हो गये हैं, तो दूसरी तरफ निगम की सफाई एजेंसी ढीली पड़ गयी है. सफाई एजेंसी की लापरवाही के कारण शहर की मुख्य सड़क छोड़कर शहर की गली मोहल्ले में जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है. शहर में ऐसे कई मोहल्ले हैं. जहां नियमित रूप से कचरे का उठाव भी नहीं हो पा रहा है. यही शहर वासियों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है. गौरतलब है कि नगर निगम 45 वार्डों में 30 वार्डों की सफाई पाथ्या एजेंसी के हवाले व 15 वार्ड में निगम प्रशासन द्वारा अपने स्तर से सफाई करवायी जा रही है. पाथ्या को 30 वार्डों के लिए 79 लाख 90 हजार दिये जा रहे हैं. निगम खुद 15 वार्डों के लिए करीब हर माह 60 लाख सफाई मद में खर्च कर रहा है. इतना खर्च होने के बाद भी सफाई मामले में लापरवाही की शिकायत आमजनों की ओर से आ रही है. जबकि इससे पूर्व जिन एजेंसी को सफाई का जमा दिया गया था, उन्हें 30 लख रुपये में ही मिलते थे.
मोहल्ले में नियमित सफाई नहीं
निगम के कई पार्षदों का कहना है कि जब से एजेंसी को सफाई के लिए जिम्मेदारी दी गयी है, तब से शहर की साफ सफाई सुधरी है. लेकिन नियमित सफाई नहीं होने से वार्ड के कई मोहल्लों में कूड़े का अंबार लगा हुआ है. सफाई एजेंसी के जिम्मे 30 वार्डों में से अधिकांश वार्डों में नियमित रूप से न तो सफाई हो रही है और न ही मोहल्ले में नित्य दिन झाड़ूू लगाया जा रहा है. निगम के वार्ड नंबर 1, 2, 3, 4 के साथ 30 और 31 में साफ सफाई की व्यवस्था लचर है. वार्ड 30 के पार्षद नितेश सिंह निक्कू का कहना है कि दो वार्ड के लिए एक ट्रैक्टर कूड़ा उठाव को ले दिया गया है. इससे समुचित रूप से कचरा का समय पर उठाव नहीं होने की वजह से वार्ड में जगह-जगह कचरे का भरमार है.
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पार्षदों व समाज सेवियों के बीच नाराजगी
कई पार्षदों का कहना है कि शहर के गली-मोहल्ले में नियमित रूप से सफाई नहीं हो रही है. लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. पार्षद नितेश सिंह निक्कू का कहना है कि सफाई के नाम पर हर माह एक करोड़ 39 लाख 90 हजार खर्च किये जाते हैं. लेकिन फिर भी शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बदतर है. इस कारण शहर के अधिकांश मोहल्ले में जगह-जगह कचरा पड़ा है. समाज सेवी अमिद्दुजम्मान ने नगर आयुक्त कुमार मंगलम से मांग की है कि सफाई में लापरवाह बरतने वाले सफाई एजेंसी पर कार्रवाई हो. उन्होंने सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाने की मांग की है. ऐसा इसलिए कि कर्मियों की संख्या कम होने की वजह से सप्ताह में एक बार ही एक मोहल्ले में सफाई हो पाती है. इस तरह सफाई एजेंसी कर्मियों की मनमानी से वे लोग आमजनों के गुस्से का शिकार हो रहे है.
कहते हैं नगर आयुक्त
नगर आयुक्त कुमार मंगलम ने कहा कि चुनाव के मद्देनजर सफाई कर्मी को अलग-अलग जगह पर लगाकर सफाई मद में कार्य लिया जा रहा है. इससे वार्ड के कुछ हिस्से में सफाई थोड़ी सुस्त हुई है. इसके बाद भी नियमित कचरे का उठाव हो. इस पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है. बावजूद सफाई एजेंसी कर्मियों की लापरवाही सामने आने पर उचित कार्रवाई के रूप में राशि काटने का प्रावधान है.