Bihar Politics: बिहार में सभी पार्टियों को अगड़ों से परहेज, जानें 11 में कितने सर्वणों को मिला टिकट
bihar politics 17 विधायकों वाली कांग्रेस में से किसी को मौका नहीं मिला है, जबकि पहली बार 12 विधायकों वाली पार्टी सीपीआई (एमएल) से एक प्रत्याशी की घोषणा हुई है.
Bihar Politics बिहार विधान परिषद के 11 सीटों के लिए सभी दलों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. आज नामांकन करने की आज अन्तिम दिन है. इंडी अलायंस की ओर से राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, डॉ श्रीमती उर्मिला ठाकुर, सैयद फैसल अली एवं सीपीआई (माले) की ओर से कामरेड शशि यादव को अपना प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं एनडीए की ओर से सीएम नीतीश कुमार,खालिद अनवर, मंगल पांडेय, अनामिका सिंह, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन को अपना प्रत्याशी बनाया है. अगड़ों के नाम पर एनडीए और इंडी अलायंस में सिर्फ एक नाम भाजपा के मंगल पांडेय का दिखता है.
A to Z की जगह MY के भरोसे आरजेडी
आरजेडी की तेजस्वी यादव ने जब से कमान अपने हाथ में ली है, तब से वे तरह-तरह के जुमले गढ़ते रहे हैं. वे कभी आरजेडी को MY की जगह A to Z की पार्टी बताते हैं तो कभी BAAP का राग अलापते हैं. हालांकि इंडी अलायंस की ओर विधान परिषद की जो उम्मीदवारों की सूची है उसमें BAAP की झलक तो नहीं दिखती है लेकिन MY का समीकरण जरुर दिखता है. पार्टी माई समीकरण से आगे निकलने का कोई प्रयास करते नहीं दिख रही है.
रिश्ते निभाने में भी इंडी अलायंस नाकाम रहा है
17 विधायकों वाली कांग्रेस में से किसी को मौका नहीं मिला है, जबकि पहली बार 12 विधायकों वाली पार्टी सीपीआई (एमएल) से एक प्रत्याशी की घोषणा हुई है. जातीय आधार पर देखें तो अब्दुल बारी सिद्दीकी और फैसल अली मुस्लिम कोटे से आते हैं तो राबड़ी देवी और शशि यादव बिरादरी की हैं. उर्मिला ठाकुर अति पिछड़े समाज से हैं. माले ने भी जिसे उम्मीदवार बनाया है, वह भी यादव समाज की ही है. इससे एक बात साफ हो गई है कि बिहार में इंडी अलायंस का नेतृत्व करने वाले आरजेडी ने अपनी MY की लीक पर ही चलने का संकेत दिया है.