Bihar Weather: बिहार में बारिश और ठनके का अलर्ट जारी, जानिए कल से पटना समेत किन जिलों में बदलेगा मौसम..
Bihar Weather: बिहार का मौसम फिर एकबार बदलने वाला है. मौसम विभाग ने बारिश और ठनके का अलर्ट जारी किया है.
Bihar Weather: बिहार में एक बार फिर मौसम करवट ले रहा है. पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में सक्रिय हो रहे दो-दो पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी भारत में बन रहे निम्न दबाव का केंद्र बनने से 19 से 21 मार्च लगातार बारिश होने का पूर्वानुमान है. आइएमडी पटना ने विशेष रूप से दक्षिणी बिहार में मेघ गर्जन और ठनका गिरने की आशंका जाहिर की है. राज्य में येलो अलर्ट के जरिये लोगों को सचेत किया गया है. इस दौरान होने वाली बारिश प्री मॉनसून की मानी जायेगी. यही समय काल वैशाखी से जुड़ी घटनाएं मसलन आंधी-पानी आदि की घटनाएं बढ़ जायेंगी.
मौसम विभाग की जानकारी..
आइएमडी की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक 19 मार्च को उत्तर-पूर्व बिहार,दक्षिण-पश्चिम बिहार, दक्षिण मध्य बिहार, ,दक्षिण- पूर्व बिहार के सभी जिलों में बारिश के आसार हैं. जबकि 20 और 21 मार्च को राज्य के तकरीबन सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं. आइएमडी विशेषज्ञों के अनुसार बारिश से सबसे ज्यादा पटना, गया, नालंदा,शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय,लखीसराय,जहानाबाद, भागलपुर,बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया जिले प्रभावित हो सकते हैं.
बारिश का दौर कबतक रहेगा..
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि छिटपुट बारिश का दौर 23 मार्च तक रह सकता है. फिलहाल 23 मार्च तक पारे में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है. रविवार को राज्य में सबसे अधिक गर्म शहर वैशाली रहा. जहां का उच्चतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. हालांकि पूरे राज्य का औसत उच्चतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. हालांकि राज्य में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहा है.
भागलपुर का मौसम
18 से 22 मार्च के बीच भागलपुर में तापमान में वृद्धि बरकरार रहने की संभावना है. इस दौरान आसमान में हल्के बादल छाये रह सकते हैं. रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 32 व न्यूनतम 16.5 डिग्री सेल्सियस रहा. बिहार कृषि विवि सबौर ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि इस दौरान पश्चिमी हवा भी चलने की संभावना है, हवा की औसत गति 2 से 5 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है. 19-20 मार्च के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी संभावित है. किसानों को सलाह दिया जाता है कि सब्जियों तथा गेहूं फसल की सिंचाई कर सकते हैं.