तीन दिनों की छापेमारी में 8 नक्सली सहित 10 गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार बरामद
मुंगेर : मुंगेर पुलिस ने एसटीएफ के सहयोग से प्रतिबंधित माओवादी संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गयी. तीन दिनों की छापेमारी में पुलिस ने संगठन के 8 सक्रिय सदस्य सहित नक्सलियों के दो मददगारों को गिरफ्तार किया है.
मुंगेर : मुंगेर पुलिस ने एसटीएफ के सहयोग से प्रतिबंधित माओवादी संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गयी. तीन दिनों की छापेमारी में पुलिस ने संगठन के 8 सक्रिय सदस्य सहित नक्सलियों के दो मददगारों को गिरफ्तार किया है. जिसमें हार्डकोर नक्सली पुनीत मंडल एवं नक्सलियों को हथियार, कारतूस व विस्फोटक उपलब्ध कराने वाला पूर्व नक्सली डब्लू चौरसिया शामिल है.
एआरजी जमालपुर की मदद से हुई कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि मुंगेर पुलिस ने एसटीएफ अभियान दल एवं एआरजी जमालपुर की मदद से शामपुर ओपी क्षेत्र के भैंसाकोल जखराज स्थान मोड़ पर घेराबंदी कर कार्रवाई की गई. पुलिस को सूचना थी कि नक्सलियों के लिए विस्फोटक और अन्य घातक हथियार लेकर कुछ लोग ऋषिकुंड पहाड़ पर आने वाला है. जिसे एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा को सौंपा जाना है. इसी दौरान डंगराचक की ओर से कुछ लोग आते दिखे. जहां पुलिस और एसटीएफ के जवानों ने पुनीत मंडल, डब्लू चौरसिया सहित अन्य को गिरफ्तार कर लिया. इनलोगों के पास से हथियार, कारतूस, विस्फोटक व अन्य नक्सली समान बरामद किया गया. एसपी ने बताया कि इस संबंध में खड़गपुर थाना के शामपुर ओपी और नया रामनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
15 दिन पहले ही एसपी को मिली थी सूचना
नक्सली संगठन द्वारा नए सिरे से संगठन का विस्तार का प्रयास किया जा रहा था. 15 दिन पहले ही पुलिस अधीक्षक को यह सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा द्वारा खडगपुर इलाके में संगठन को विस्तार देने की कोशिश की जा रही है. नए लोगों को संगठन से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा हथियार और गोलियां जुटाने की तैयारियां जारी रहने की सूचना भी थी. एसपी के निर्देश पर 2 सप्ताह से जिला आसूचना इकाई, कई थानाध्यक्ष व एसटीएफ द्वारा माओवादियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी. जिसके बाद कार्रवाई की गयी.
दो दशक से नक्सली संगठन में सक्रिय था पुनीत
गिरफ्तार डंगराचक गांव निवासी पुनीत मंडल दो दशक से माओवादी संगठन में सक्रिय है. संगठन के लिए नई भर्ती करना, लोगों को संगठन से जोड़ना, संगठन को पुलिस की गतिविधियों की सूचना देना, हथियारबंद मारक दस्ता को राशन तथा दूसरे आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कराना, संगठन के लिए लेवी वसूलने और उसे प्रवेश दा तक पहुंचाने की जिम्मेवारी पुनीत मंडल की थी. वह पहले भी जेल जा चुका है. माओवादी एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा के साथ-साथ जोनल कमांडर और स्टेट कमिटी में भी उसकी मजबूत पहुंच थी. बहादुर कोड़ा के साथ वह अक्सर पहाड़ों से सटे गांव में घूमता था. पुनीत मंडल ने भी यह स्वीकार किया है कि बहादुर कोड़ा के साथ वह जुड़ा हुआ था और बहादुर कोड़ा के कहने पर संगठन में नई भर्तियां करना तथा पुराने लोगों को भी संगठन से जोड़ने के काम में लगा था.
छापेमारी में ये पुलिस पदाधिकारी थे शामिल
छापामारी दल में खडगपुर थानाध्यक्ष मिंटू सिंह, संग्रामपुर थानाध्यक्ष सर्वजीत कुमार, गंगटा थानाध्यक्ष मजहर मकबूल, शामपुर ओपी अध्यक्ष पप्पन कुमार, बरियारपुर थानाध्यक्ष राजेश रंजन, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष ब्रजेश सिंह आदि थे.
इन नक्सलियों व समर्थकों की हुई गिरफ्तारी
पुनीत मंडल, साकिन डंगराचक, थाना खड़गपुर शामपु, नित्यानंद चौरसिया उर्फ डब्लू चौरसिया, साकिन बड़ईचक पाटम, थाना नयारामनगर, अमरेन्द्र चौरसिया उर्फ अजय चौरसिया, बड़ईचक पाटम, थाना नया रामनगर, गोलू चौरसिया, साकिन बड़ईचक पाटम, थाना नया रामनगर, बमबम यादव, साकिन लोहची, थाना खड़गपुर शामपुर, संजय यादव, साकिन लोहची, थाना खड़गपुर शामपुर, कारे खैरा, साकिन उभी वनवर्षा थाना, बरियारपुर, भीम तुरी, साकिन उभी वनवर्षा थाना, बरियारपुर, शंभू तुरी, साकिन उभी वनवर्षा थाना, बरियारपुर, सुनील तुरी, साकिन उभी वनवर्षा, थाना बरियारपुर
इन सामान की हुई बरामदगी
राइफल – 02, मस्केट राइफल- 01, देसी कट्टा – 01, एसएलआर की गोलियां- 231, .303 की गोलियां – 53, इंसास की गोली- 01, .315 की गोली- 10, एके 47 की गोली- 01, डेटोनेटर – 21 पीस, एसएलआर की मैगजीन- 02, 7.65 बोर की पिस्टल- 01, 7.65 पिस्टल की गोली- 06, तार- 220 मीटर, मोबाइल- 07 बिन्डोलिया- 01, नक्सली लेटर पैड- 15
posted by ashish jha