बिहार-यूपी सीमा के बक्सर में गंगा नदी में एक बार फिर से 10 लाशें मिली है. लाश मिलने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गई है. प्रशासन ने दावा किया है कि ये सभी लाशें यूपी से आ रही है. बता दें कि पिछले दिनों ही बक्सर के चौसा घाट पर 70 लाशें मिली थी. लाश मिलने के बाद केंद्र सरकार ने भी इस घटना पर त्वरित संज्ञान लिया था.
जानकारी के अनुसार पिछले दो दिनों में चौसा व बक्सर के गंगा घाटों के किनारे 71 शव मिले थे. गंगा नदी में मिलीं लाशों के बारे में बक्सर जिला प्रशासन का दावा था कि वे हमारे यहां के नहीं है. इधर, उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने भी कहा था कि शव हमारे यहां के नहीं है. इसके बाद बक्सर डीएम ने गंगा में महाजाल लगाने का निर्देश दिया था. बिहार-उत्तर प्रदेश की सीमा पर गंगा में लगाये गये महाजाल में पांच व पास के घाट पर पांच लाशें मिलीं. अब तक कुल 81 शव मिले हैं, जिनको प्रशसन ने दफना दिया है.
सीओ नवलकांत ने बताया कि बॉर्डर एरिया रानी घाट पर गंगा नदी में लगे महाजाल में मंगलवार की रात दो व बुधवार को तीन लाशें फंसी मिलीं. वहीं, पांच शव गंगा घाट के किनारे मिले. सभी शव यूपी की ओर से बह कर आये और जाल में फंस गये थे. सभी शवों को दफना दिया गया है. सदर एसडीएम केके उपाध्याय व बीडीओ अशोक कुमार की मौजूदगी में गड्ढा खोद कर शवों को दफनाया गया. एसडीएम ने बताया कि चौसा के विभिन्न घाटों की निगरानी 24 घंटे की जा रही है. चौसा के घाटों पर शवों को गंगा में नहीं बहाया गया है. अब तक जितनी भी लाशें यहां मिली हैं, सभी यूपी के विभिन्न जिलों से बह कर आयी हैं. महाजाल की निगरानी के लिए दंडाधिकारी नियुक्त किये गये हैं.
Posted By: Avinish Kumar Mishra