केंद्र की सत्ता में आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने देश के आम नागरिकों को सस्ता हवाई सफर मुहैया कराने के लिए उड़ान स्कीम की शुरुआत की थी. लेकिन देश में एयरपोर्ट की कमी के कारण यह योजना उतनी सफल नहीं हो पाई. इस कमी को दूर करने के लिए भारत सरकार ने देश के उन राज्यों में नए एयरपोर्ट बनाने की मंजूरी दी. जिन शहरों में जनसंख्या ज्यादा है. ऐसे में बिहार के 10 शहरों को भी इस स्कीम के लिए चुना गया है. लेकिन अब भी एयरपोर्ट के के निर्माण में देरी हो रही है. क्योंकि संबंधित जिलों से आधारभूत संरचना रिपोर्ट अभी तक प्राप्त नहीं हुई है.
इन 10 जिलों में बनना है एयरपोर्ट
सिविल विमानन निदेशालय ने इन सभी जिलों के अधिकारियों को रिमाइंडर भेजा है और प्राथमिकता के आधार पर अपडेट रिपोर्ट देने का अनुरोध किया है. इस संबंध में वरीय उप समाहर्ता, जिला सामान्य प्रशाखा ने अपर समाहर्ता, राजस्व को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है. सिविल विमानन निदेशालय के पत्र का हवाला देकर अपडेट रिपोर्ट उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है. विदित हो कि जिन हवाई अड्डों का विकास किया जाना है, इसमें मुजफ्फरपुर पताही हवाई अड्डा, सुपौल, सहरसा, भागलपुर, मुंगेर, वाल्मीकिनगर, मोतिहारी, रक्सौल, मधुबनी और छपरा हवाई अड्डा शामिल है. इसका क्षेत्रीय उड़ान योजना के तहत विकास किया जाना निर्धारित है.
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पताही एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर किया जा चुका सर्वे
पताही हवाई अड्डा को विकसित करने की दिशा में और भी कई प्रक्रिया चल रही है. इसके तहत इसका विस्तारीकरण भी किया जाना है. इसके अलावा उड्डयन प्रशिक्षण केंद्र भी खोला जाना है। विस्तारीकरण को सर्वे का काम पूरा हो चुका है. इसके लिए करीब 473 एकड़ भूमि की उपलब्धता बताते हुए सीओ की ओर से संयुक्त रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी गई है. अब जिला भू-अर्जन कार्यालय की ओर से भूमि अधिग्रहण पर खर्च का अनुमानित प्राक्कलन तैयार किया जा रहा है.