राजेंद्रनगर पुल के नीचे दो पक्षों में जम कर मारपीट

पटना : कदमकुआं थाने के राजेंद्र पुल के नीचे पूर्वी लोहानीपुर इलाके में गुरुवार को दो पक्षों के बीच जम कर मारपीट हुई. इस दौरान लाठी-डंडे का प्रयोग हुआ और फिर पथराव हुआ. इसमें एक पक्ष के सुरेश कुमार समेत तीन लोगों को चोटें आयी हैं. इस घटना के बाद इलाके में भगदड़ की स्थिति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2017 7:51 AM
पटना : कदमकुआं थाने के राजेंद्र पुल के नीचे पूर्वी लोहानीपुर इलाके में गुरुवार को दो पक्षों के बीच जम कर मारपीट हुई. इस दौरान लाठी-डंडे का प्रयोग हुआ और फिर पथराव हुआ. इसमें एक पक्ष के सुरेश कुमार समेत तीन लोगों को चोटें आयी हैं.
इस घटना के बाद इलाके में भगदड़ की स्थिति हो गयी और पूरी तरह से रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. आधा घंटा तक यह तमाशा चलता रहा. इसी बीच पुलिस पहुंची तो दोनों पक्ष फरार हो गये. हालांकि, एक पक्ष के सुरेश कुमार व मोती कुमार को पुलिस ने पकड़ लिया. सुरेश कुमार ने कदमकुआं थाने में लिखित शिकायत की है और इ-रिक्शा संचालक मोहम्मद छोटू, पैसठवा, संतोष व रवि आदि आधा दर्जन लोगों को नामजद व एक दर्जन अज्ञात के खिलाफ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करा दिया है. सुरेश ने बताया कि इन लोगों ने मिल कर उसके साथ मारपीट की. दूसरी ओर पुलिस ने अशांति फैलाने के कारण धारा 151 के तहत मामला दर्ज करते हुए सुरेश व मोती को पकड़ लिया है. जबकि, दूसरे पक्ष से किसी प्रकार की लिखित शिकायत नहीं दी गयी है. कदमकुआं थानाध्यक्ष गुलाम सरवर ने बताया कि सुरेश की शिकायत पर सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है . दूसरे पक्ष से शिकायत नहीं मिली है.
होटल के अागे इ-रिक्शा लगाने को लेकर विवाद : राजेंद्रनगर पुल के नीचे सुरेश कुमार का गुमटीनुमा होटल है. इसके सामने मोहम्मद छोटू ने इ-रिक्शा लगा दिया. सुरेश ने हटाने काे कहा. इसके बाद सुरेश व छोटू के बीच विवाद हो गया. मामला मारपीट में तब्दील हो गया.
इसके बाद मोहम्मद छोटू ने इ-रिक्शा चलाने वाले अपने अन्य साथियों को बुला लिया और फिर सुरेश की दुकान में ही पिटाई कर दी. इसके बाद तमाम गुमटी में दुकान चलाने वाले लोग सुरेश के समर्थन में आ गये और कुछ लोग मोहम्मद छोटू के समर्थन में. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच जम कर मारपीट शुरू हो गयी. इस दौरान लाठी-डंडा का प्रयोग हुआ और फिर एक-दूसरे पर पथराव कर खदेड़ने लगे. इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया, इसके बाद पुलिस पहुंची तो सभी लोग वहां से भाग गये. दोनों ही पक्ष स्थानीय थे. सभी पूर्वी लोहानीपुर में मकान किराये पर लेकर रहते हैं और अपने इ-रिक्शा को किसी होटल के समीप लगा देते हैं. जिस कारण हमेशा गुमटीनुमा होटल चलाने वाले व दुकानदारों से उन लोगों की नोंक-झोंक होती रहती है.

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