Bihar/Patna : ठेकेदार और रेस्टोरेंट के मालिक ने मंगायी थी शराब, छह धराये

पटना : राजधानी में शराब की डिलिवरी कराने में बड़े लोगों का हाथ है. पंजाब, हरियाणा से शराब की बड़ी खेप मंगायी जा रही है और फिर शराब को स्टोर करके छोटे वाहनों से होम डिलिवरी करायी जा रही है. कोतवाली पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दारोगा राय पथ में छापेमारी कर एक झोपड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2017 7:39 AM
पटना : राजधानी में शराब की डिलिवरी कराने में बड़े लोगों का हाथ है. पंजाब, हरियाणा से शराब की बड़ी खेप मंगायी जा रही है और फिर शराब को स्टोर करके छोटे वाहनों से होम डिलिवरी करायी जा रही है. कोतवाली पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दारोगा राय पथ में छापेमारी कर एक झोपड़ी से शराब बरामद की है. यहां से 196 कार्टन अंगरेजी शराब बरामद की गयी है.

शराब स्टोर करने वाले छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गये लोगों ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि यह शराब की खेप बेऊर के ठेकेदार संतोष कुमार और चंपारण मीट रेस्टोरेंट के मालिक राजू ने मंगायी थी. उन्हीं के इशारे पर शराब को स्टोर किया गया था और अब होम डिलिवरी की तैयारी थी. पुलिस दोनों की तलाश कर रही है. पकड़े गये लोगों में मोहम्मद अकील (अजीमाबाद, बहादुरपुर), रामाश्रय प्रसाद (न्यू अलकापुरी, गर्दनीबाग), पप्पू कुमार (डेलमा, रामकृष्णा नगर), शंकर राय (पटोरिया, बेलहर, बांका), रामानंद पासवान (घटारो, लालगंज वैशाली), सोनेलाल (बोचहा, मुजफ्फरपुर) शामिल हैं.

30 कार्टन शराब की गयी जब्त
बुद्धा कॉलोनी पुलिस ने उत्तरी मंदिरी से शराब लदी एक एक्सयूवी गाड़ी को पकड़ा है. इसमें 30 कार्टन अंगरेजी शराब बरामद की गयी. गाड़ी के साथ तीन लोगों काे गिरफ्तार किया गया है. इसमें अजीत रंजन उर्फ डल्लू यादव (लोदीपुर, बुद्धाकॉलोनी), राममूर्ति सिंह (उत्तरी मंदिरी, बुद्धा कॉलोनी) और नागेंद्र कुमार (उत्तरी मंदिरी, बुद्धा कॉलोनी शामिल है.
एक्सपर्ट व्यू
30 से 40 प्रतिशत लोग तो ऐसे हैं जिनको शराब की लत है, वह किसी भी हद तक जा सकते हैं. ये वो लोग हैं जो रोज पीते हैं और जब नहीं मिलता है तो वह बैचेन हो उठते हैं. कानून तो अरब कंट्री में भी टूटता है जहां मामूली बात पर फांसी की सजा हो जाती है. कुछ ऐसे हैं जिनको कानून का डर नहीं है वह हद पार करेंगे ही. कुछ शराब पीने वाले 10-15 दिन में मस्ती के लिये पीते हैं. कड़ा कानून बनने के बाद भी शराब के लिए वे लोग ज्यादा रिस्क ले रहे हैं, जो प्रभावशाली हैं. उन्हें लगता है कि पकड़े जाने पर मैनेज कर लेंगे लेकिन मैनेज नहीं हो पा रहा है.
डॉक्टर विवेक विशाल, मानसिक रोग विशेषज्ञ

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