सोनिया ने कहा,भाजपा के ‘दोस्त’ आज बने हैं सेक्युलर

चेहरा बदलते रहने वाले लोगों से रहें सावधान सासाराम : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को सासाराम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सांप्रदायिकता के सवाल पर घेरते हुए कहा कि भाजपा के साथ रहनेवाले लोग आज धर्मनिरपेक्षता का झंडा उठा कर चल रहे हैं. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2014 6:03 AM

चेहरा बदलते रहने वाले लोगों से रहें सावधान

सासाराम : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को सासाराम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सांप्रदायिकता के सवाल पर घेरते हुए कहा कि भाजपा के साथ रहनेवाले लोग आज धर्मनिरपेक्षता का झंडा उठा कर चल रहे हैं.

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के पक्ष में प्रचार करने आयी यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार और लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान का नाम लिये बिना कहा कि कुछ लोग चेहरा बदल-बदल कर आपके सामने आ रहे हैं. इनसे होशियार रहने की जरूरत हैं.

रेलवे मैदान में दो घंटे विलंब से पहुंची सोनिया ने लोगों से सीधा संवाद किया. पूछा, क्या ऐसे लोगों पर विश्वास करना चाहिए, भीड़ ने कहा-नहीं. अपने 13 मिनट के संक्षिप्त भाषण में सोनिया ने कहा कि ऐसे लोग कुरसी के साथी हैं. सोनिया आगे बढ़ीं, कहा-अरसे से बिहार में कांग्रेस की सरकार नहीं रही. लेकिन, केंद्र की यूपीए की सरकार ने पिछले 10 वर्षो में बिहार के लिए खूब धनराशि दी. इस धनराशि का इस्तेमाल कितना हुआ, राज्य की जनता जानती है.

ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है, जो समय-समय पर चेहरा बदल कर आ रहे हैं. अपने नाकामियों को छुपाने के लिये कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं. देश परीक्षा के दौर से गुजर रहा है. ऐसे में सोच-समझ कर मतदान करेंगे. सुनहरा सपना दिखानेवाले मुखौटा पहने हुए हैं. वे सत्ता के साथी हैं. सोनिया गांधी ने कांग्रेस-राजद-राकांपा गंठबंधन को वोट करने की अपील की. कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने भाषण में

भाजपा की तीखी आलोचना की. कहा, भाजपा वाले कहते हैं कि वे ही सच्चे हैं, बाकी सब कच्चे हैं. वे चाहते हैं कि लोग वहीं सोचें, जो वह सोचते हैं. वे चाहते हैं, लोग वहीं बोले, जो वे बोलते हैं. उनकी चाहत है कि जनता वही देखे, जो वह दिखाना चाहते हैं. उनके सोच में गंगा-जमुनी तहजीब जो देश की रूह है, उस पर यकीन रखनेवाले लोग देशभक्त नहीं हो सकते.

चिलचिलाती धूप में सोनिया को सुनने बड़ी संख्या में महिलाएं भी आयी थीं. मंच पर काराकाट की राजद उम्मीदवार कांति सिंह भी मौजूद थीं. कांग्रेस अध्यक्ष ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद का नाम नहीं लिया, लेकिन अपने भाषण में उन्होंने कांग्रेस, राजद और राकांपा गंठबंधन को जिताने की अपील की. दो घंटा विलंब से पहुंचीं सोनिया गांधी को सुनने के लिए कड़ी धूप में लोग रेलवे मैदान में डटे रहे. सोनिया ने कहा, यूपीए सरकार की प्राथमिकता रही है कि अंतिम पंक्ति का व्यक्ति अपने को बेसहारा महसूस न करे.

वर्ष 2004-2009 के चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस ने जितने वादे किये थे, वह करीब करीब पूरा कर दिया गया है. महात्मा गांधी मनरेगा के तहत गांव के लोगों को सौ दिनों का रोजगार हो चाहे 14 साल तक के बच्चे बच्चियों को मुफ्त शिक्षा का अधिकार हो, विपक्ष की कई बाधाओं के बाद भी कांग्रेस ने खाद्य सुरक्षा कानून पास कराया. नये भूमि अधिग्रहण कानून को अमली जामा पहनाया गया और किसी भी किसान की जमीन बिना उसके सहमति के नहीं ली जा सकती है.

स्वयं भ्रष्ट और कांग्रेस पर कर रहे हमला

सोनिया ने विरोधियों पर हमला करते हुए कहा कि जो लोग स्वयं भ्रष्ट हैं, अब वे ही बतायेंगे कि भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए सूचना का अधिकार कानून किसने बनाया है. महिलाओं को सशक्त करने के लिए लड़कियों को वजीफा, शादी के लिए पैसे, बालिकाओं के लिए कार्यक्रम यूपीए सरकार की मिसाल है. सबसे बड़ी बात कि यूपीए की सरकार ने यहां के सांसद मीरा कुमार को देश का पहला महिला स्पीकर बनाया.

भाजपा द्वारा कांग्रेस घोषणा पत्र पर उठाये जा रहे सवालों का जवाब देते हुए सोनिया ने कहा कि उनके इस चुनाव के घोषणा पत्र में स्वास्थ्य का अधिकार, कानून का वादा किया गया है. परिवार में यदि कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है, तो घर की हालत दयनीय हो जाती है और बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है. यूपीए की सरकार सत्ता में आने के बाद स्वास्थ्य गारंटी का कानून बनायेगी. जिससे मुफ्त दवा व इलाज का जनता को हक मिलेगा.

आंख में धूल झोंक रही भाजपा

भाजपा का काम है कि बड़ा वादा करके जनता की आंखों में धूल झोंकना. वे ऐसी घोषणा कर रहे हैं जैसे लगता है कि उनके राज्यों में जो भी विकास हुआ है, वह भाजपा के कारण है.असलियत यह है कि बिहार सहित गुजरात के विकास की नींव कांग्रेस की सरकारों ने ही रखी, जिससे देश सिर ऊंचा हुआ.

कांग्रेस लगातार शांति के प्रयास में लगी हुई है. पर, जिनकी निगाह कुरसी पर लगी हुई है, वे लोग लोकतंत्र को मुट्ठी में कैद करना चाहते हैं. विरोधियों का दावा है कि उनकी विचारधारा जो माने, वह सही. सोनिया गांधी ने कांग्रेस, राजद और एनसीपी उम्मीदवारों को भारी मतों से जीत दिलाने की अपील की. सोनिया के अपील का जवाब लोगों ने तालियां बजा कर दिया.

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