बिहार में बाढ़ से सुरक्षा के लिए 32 दिनों में विभाग को आये 1042 कॉल, कार्रवाई से टला संकट

राज्य में बाढ़ से सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग के कॉल सेंटर में 32 दिन में 1042 कॉल आये. उन सभी पर कार्रवाई कर सूचना देने वालों को जानकारी उपलब्ध करवायी गयी है. इसके तहत कुछ बांधों और स्थलों पर पानी के रिसाव सहित अन्य शिकायतें मिली थीं, उन सभी को ठीक कराया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 17, 2021 9:20 AM

पटना. राज्य में बाढ़ से सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग के कॉल सेंटर में 32 दिन में 1042 कॉल आये. उन सभी पर कार्रवाई कर सूचना देने वालों को जानकारी उपलब्ध करवायी गयी है. इसके तहत कुछ बांधों और स्थलों पर पानी के रिसाव सहित अन्य शिकायतें मिली थीं, उन सभी को ठीक कराया गया.

यह जानकारी जल संसाधन विभाग ने शुक्रवार को दी. विभाग के अनुसार बाढ़ से सुरक्षा के लिए 24 घंटे काम हो रहा है. कॉल सेंटर में आम लोगों से प्राप्त सूचनाओं पर 24 घंटे के भीतर उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है. ट्विटर और फेसबुक के जरिये प्राप्त सूचनाओं की भी नियमित मॉनीटरिंग हो रही है.

नियमित मॉनीटरिंग

विभाग के मुख्यालय सिंचाई भवन में पिछले साल कॉल सेंटर शुरू किया गया था. तटबंधों में कटाव, रिसाव, पाइपिंग या जान-बूझ कर नुकसान पहुंचाये जाने आदि से संबंधित सूचना प्राप्त करने के लिए इस कॉल सेंटर में 24 घंटे टीम कार्यरत है.

इसके टॉल फ्री नंबर 1800 3456 145 पर इस साल 15 जून से 16 जुलाई के बीच कुल 1042 कॉल आये हैं. इन कॉल के जरिये जरूरी सूचनाओं पर संबंधित जिले के अभियंताओं के माध्यम से उचित कार्रवाई करायी जा चुकी है. किसी भी सूचना पर कार्रवाई लंबित नहीं है.

इस तरह काम करता है कॉल सेंटर

टॉल फ्री नंबर 1800 3456 145 पर कॉल आने पर जरूरी सूचना को एक विशेष सॉफ्टवेयर में सूचनादाता के नाम-पते के साथ दर्ज किया जाता है. कॉल समाप्त होते ही स्वचालित तकनीक के जरिये इस संबंध में एक टिकट नंबर सूचनादाता के पास पहुंच जाता है.

प्राप्त सूचना का मैसेज सॉफ्टवेयर के जरिये तुरंत संबंधित इलाके के अभियंता के पास चला जाता है. सूचना पर संबंधित क्षेत्रीय अभियंता के द्वारा की जा रही कार्रवाई का विवरण 24 घंटे के भीतर सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया जाता है.

सोशल मीडिया का उपयोग

बाढ़ से सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग कॉल सेंटर के साथ-साथ सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग कर रहा है. विभाग ने सोशल मीडिया और विज्ञापनों के जरिये लोगों से अपील की है कि वे तटबंधों में कटाव, रिसाव, क्षरण और नुकसान पहुंचाने आदि से जुड़ी जरूरी सूचना ट्विटर या फेसबुक पर #HelloWRD के साथ शेयर कर विभाग के पास पहुंचा सकते हैं.

क्या कहते हैं मंत्री

जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विभाग के अभियंता अलर्ट पर हैं. विभाग के बांधों के संवेदनशील स्थलों को चिह्नित कर वहां जल संसाधन विभाग के अभियंता को स्वयंसेवकों और श्रमिकों की टीम और पर्याप्त बाढ़ से सुरक्षा संबंधी सामग्रियों के साथ 24 घंटे पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया गया है.

इस समय बड़ी आबादी सोशल मीडिया पर सक्रिय है. विभाग की एक टीम सोशल मीडिया के जरिये प्राप्त सूचनाओं की नियमित मॉनीटरिंग कर रही है और उस पर भी त्वरित कार्रवाई की जा रही है.

Posted by Ashish Jha

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