बिहार विधानसभा की पांच सीटों के लिए उपचुनाव

पटना : राजद के साथ गठबंधन के तहत आसन्न लोकसभा चुनाव लड रही कांग्रेस ने बिहार विधानसभा की पांच सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में महराजगंज सीट से अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा करते हुए आशा व्यक्त की है कि राजद वहां से उम्मीदवार नहीं खडा करेगी पर ऐसा नहीं होने पर वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2014 8:41 PM

पटना : राजद के साथ गठबंधन के तहत आसन्न लोकसभा चुनाव लड रही कांग्रेस ने बिहार विधानसभा की पांच सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में महराजगंज सीट से अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा करते हुए आशा व्यक्त की है कि राजद वहां से उम्मीदवार नहीं खडा करेगी पर ऐसा नहीं होने पर वे सीटें जहां कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार खडे किए हैं, वे राजद के साथ दोस्ताना संर्घष के लिए तैयार है.

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी प्रेमचंद मिश्र ने बताया कि लोकसभा चुनाव के साथ होने वाले बिहार विधानसभा की रिक्त पांच सीटों के उपचुनाव में उनकी पार्टी ने महराजगंज सीट से कुतुल कृष्णा को अपना उम्मीदवार बनाया है तथा उम्मीद है कि राजद वहां से उम्मीदवार नहीं खडा करेगी पर ऐसा नहीं होने पर वे सीटें जहां कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार खडे किए हैं, वे राजद के साथ दोस्ताना संर्घष के लिए तैयार हैं.

उन्‍होंने बताया कि उनकी पार्टी ने पूर्वी चंपारण जिला के चिरैया विधानसभा क्षेत्र से मनोज कुमार सिंह को तथा बेगूसराय जिला के साहेबपुर कमाल सीट से रवींद्र कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाये जाने को लेकर पूर्व में घोषणा कर चुकी है.

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस और राजद लोकसभा चुनाव के तर्ज पर ही इन रिक्त विधानसभा सीटों के लिए हो रहा उपचुनाव भी आपसी तालमेल के साथ लडेगी मिश्र ने कहा कि दोनों दलों के बीच किसी प्रकार का भ्रम नहीं रहे इसलिए उनकी पार्टी ने गत 09 अप्रैल को कोचाधामन और बायसी विधानसभा सीटों से अपने उम्मीदवारों के नाम वापस ले लिए थे.

प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि कांग्रेस के तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार खडा किए जाने के बारे में राजद को सूचित कर दिया गया है और अगर वे इन सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं देते हैं तो हम उनको धन्यवाद देंगे. लेकिन अगर राजद द्वारा इन तीनों सीटों उम्मीदवार खडा किए जाते हैं तो वैसी स्थिति में दोनों दलों के उम्मीदवारों के बीच दोस्ताना संघर्ष होगा.

उल्लेखनीय है कि राजद, कांग्रेस और राकांपा बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों पर आपसी तालमेल के तहत क्रमश: 27, 12 और एक सीट पर चुनाव लड रहे हैं.गत एक अप्रैल को औरंगाबाद में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और तीन अप्रैल को पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी की सासाराम में चुनावी रैली में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को आमंत्रित नहीं किये जाने तथा तीन अप्रैल को ही बिहार विधानसभा की पांच सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में तीन सीटों के उम्मीदवार की घोषणा करने पर इन दोनों दलों के गठबंधन में दरार उत्पन्न हो जाने को लेकर चर्चा का बाजार गरम हो गया था.

कांग्रेस ने बिना राजद से विचार-विमर्श किए गत तीन अप्रैल को तीन सीटों बायसी, चिरैया और कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव के वास्ते क्र्रमश: सादिक समदानी, नसार अहमद और मनोज कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया था.

गत 6 अप्रैल को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के यह कहने कि कांग्रेस और राजद के बीच चुनावी तालमेल केवल लोकसभा सीटों को लेकर था न कि विधानसभा सीटों को लेकर. इसलिए इन पांचों विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में वे अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारेंगे तथा उनके बीच दोस्ताना संघर्ष होगा.

राजद सुप्रीमो के उक्त कथन के बाद इन दोनों दल के बीच स्पष्ट हो गयी दरार को गत आठ अप्रैल को इन दोनों दलों की ओर से यह घोषणा करके पाटने का प्रयास किया गया कि प्रथम चरण के चुनाव के बाद बाकी बचे अन्य चरणों के चुनाव में राजद सुप्रीमो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित पार्टी के अन्य बडे नेताओं के साथ बिहार में चुनाव प्रचार में मंच साझा करेंगे.

राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा के साथ बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी प्रेमचंद मिश्र ने आठ अप्रैल को संयुक्त रुप से संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि सोनिया और लालू प्रसाद आगामी 10 अप्रैल के बाद बाकी बचे पांच चरणों के चुनाव रैलियों में मंच साझा करेंगे.

Next Article

Exit mobile version