पटना/दनियावां: पटना जिले में बख्तियारपुर में बाल विवाह कराने की घटना प्रकाश में आने के बाद एक बार फिर दनियावां में इस तरह का मामला सामने आया है. यूपी का रहने वाला 45 वर्षीय अधेड़ कृष्णा सिंह उर्फ तारण सिंह दनियावां के सूर्य मंदिर में शादी करने पहुंचा था. वह सज-धज कर दूल्हा के वेश-भूषा में सात फेरे लेने के लिए मंडप में बैठा था, इस दौरान पुलिस की टीम पहुंच गयी और फिर दूल्हा समेत तीन को मौके से गिरफ्तार कर लिया. दूल्हे की भाभी व नाबालिग के मां-बाप को भी हिरासत में लिया गया है.
दूल्हे के साथ दो बिचौलिया ममता देवी (जफराबाद, इटावा, यूपी) व रामानंद राम (करोड़ीचक, फुलवारीशरीफ) को भी पकड़ा गया है. बताया गया कि ममता देवी यूपी में लड़का तलाश करती थी और रामानंद राम पटना व अन्य जिलों में गरीब घर की नाबालिग लड़कियों को खोजता था. इसके लिए लड़की के माता-पिता व परिजनों को पैसे भी दिये जाते थे. रामानंद राम इस काम में शातिर माना जाता है. लड़की नालंदा जिले के नगरनौसा इलाके की रहने वाली है.
पैसे लेकर बिहार के बाहर सेट करते हैं नाबालिगों की शादी
फतुहा. पुलिस की बाल विवाह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के बारे में ग्रामीण एसपी ललन मोहन प्रसाद ने बताया कि नाबालिग लड़की के भाई की सूचना पर दूल्हा समेेेत शादी में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया गया. दुल्हन की उम्र सिर्फ 15 साल है. लड़की का परिवार नालंदा जिले के नगमा गांव का रहने वाला है. पुलिस की मानें तो ये दलाल बिहार के बाहर पैसे लेकर नाबालिगों की शादी कराता है. बताया गया कि लड़की के पिता देव महतो गरीबी से जूझ रहे हैं. रुपयों के लालच में लड़की का परिवार दलालों के झांसे में आ गया. दूल्हा उत्तरप्रदेश के इटावां जिले के जफराबाद गांव से दनियावां आया था. इसके लिए अच्छी खासी रकम उसने दलालों को दी थी. शादी में मुख्य सूत्रधार रही महिला ममता देवी और उसके पिता रामानंद राम को भी गिरफ्तार किया है. ये दोनों फुलवारीशरीफ के हैं. ममता देवी का ससुराल इटावां में है. तीसरा दलाल मिरचाई गोप फरार है.
भाई ने किया था शादी का विरोध
बताया गया कि नाबालिग के माता-पिता तो शादी के लिए मान गये, लेकिन उसका भाई सत्येंद्र इस बात के लिए तैयार नहीं हुआ और जब शादी की तैयारी दनियावां सूर्य मंदिर में हो रही थी तो उसने एसएसपी मनु महाराज को बाल विवाह की सूचना दे दी. एसएसपी के आदेश पर दनियावां थानाध्यक्ष दल-बल के साथ वहां पहुंचे. जांच-पड़ताल के बाद दूल्हा और दो बिचौलिये को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया. लड़की के माता-पिता व अन्य को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. बताया गया कि कृष्णा सिंह से शादी कराने के एवज में दो लाख रुपये लिये गये थे. बेटी ब्याहने के एवज में पचास हजार रुपये लड़की के परिजनों को दिये गये.
शादी कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश
पटना पुलिस ने हाल में ही बाइपास थाना क्षेत्र और यूपी में छापेमारी कर एक ऐसे गिरोह को पकड़ा था, जो बिहार से लड़कियों की खरीद-फरोख्त करता है और यूपी में अधेड़ से शादी करा पैसे वसूलता है. इस गिरोह में शामिल बिचौलिया समेत पांच लोग गिरफ्तार किये गये थे. दनियावां में भी इस तरह के गिरोह की जानकारी पुलिस के हाथ लगी है, जो यूपी में नाबालिग लड़कियों की शादी करा दूल्हे से लाखों रुपये वसूलता है.
बख्तियारपुर में गिरफ्तार हुआ था उपमुखिया
बुधवार को पुलिस ने बाल विवाह कराने के आरोप में बख्तियारपुर के उप मुखिया पप्पू कुमार को गिरफ्तार किया था. इसने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए नाबालिग लड़की की जबरन शादी लोकेश कुमार के साथ करा दी थी. इस मामले में लोकेश भी गिरफ्तार किया गया था.