हार देख हताश हो गयी है कांग्रेस

कटिहार/अररिया/भागलपुर : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील कुमार ने सोमवार को कटिहार के भाजपा प्रत्याशी निखिल कुमार चौधरी, पूर्णिया में उदय सिंह व भागलपुर में शाहनवाज हुसैन के समर्थन में रोड शो किया. रोड शो से पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि पूरे देश में अपनी हार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2014 6:24 AM

कटिहार/अररिया/भागलपुर : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील कुमार ने सोमवार को कटिहार के भाजपा प्रत्याशी निखिल कुमार चौधरी, पूर्णिया में उदय सिंह व भागलपुर में शाहनवाज हुसैन के समर्थन में रोड शो किया. रोड शो से पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि पूरे देश में अपनी हार देख कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए हताश हो गयी है.

यूपीए सरकार महंगाई, भ्रष्टाचार, सीमा सुरक्षा व बेरोजगारी को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है. भाजपा के प्रधानमंत्री के पक्ष में बदलाव की बयार दिख रही है. इससे कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों में बेचैनी है. इसलिए ये लोग चुनाव को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अख्तरूल ईमान का चुनाव से अलग हो जाना यह साबित करता है कि कांग्रेस सांप्रदायिकता के आधार पर चुनाव जीतना चाहती है. उन्होंने कहा भाजपा धर्म और जाति की राजनीति नहीं करती है. लेकिन कांग्रेस हिंदु और मुसलमानों को धर्म के नाम पर बांटना चाहती है.

रिपोर्ट कार्ड पेश करे सरकार

कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए हुए उन्होंने कहा कि दस साल यूपीए ने सरकार चलाया है. यूपीए के नेताओं को जनता के सामने रिपोर्ट कार्ड पेश करना चाहिए कि उन्होंने महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, गरीबी की रोकथाम के लिए क्या प्रयास किया है. कटिहार में एनसीपी उम्मीदवार तारिक अनवर का नाम लिए बगैर सुमो ने कहा कि कटिहार लोकसभा क्षेत्र से केंद्र के यूपीए सरकार के एक मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें यह भी बताना चाहिए कि जनता के लिए यूपीए सरकार ने क्या किया है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस चुनाव में छोटे-छोटे दलों के साथ प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से मिल कर त्रिशंकु संसद लाना चाहती है, ताकि केंद्र में अस्थिर सरकार बन सके. फिर छह महीने बाद चुनाव कराया जा सके. उन्होंने कहा कि बीपी सिंह, एचडी देवगौड़ा, इंद्रकुमार गुजराल, चंद्रशेखर, चौधरी चरण सिंह आदि के नेतृत्व में केंद्र में बनी सरकार इसकी मिसाल है.

Next Article

Exit mobile version