मास्टरमाइंड के भाई को जेल

पटना: शहर के नामी व्यवसायी मोहन कुमार खंडेलवाल के इकलौते पुत्र व संत जोसेफ हाइस्कूल (भूतनाथ रोड) के नवमी के छात्र शिवम खंडेलवाल के अपहरण के मामले में फरार मास्टरमाइंड गिरीश पाठक के बड़े भाई नवीन पाठक को पूछताछ के बाद शनिवार को जेल भेज दिया गया. उसकी पत्नी लीला पाठक को पुलिस ने छोड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2014 7:41 AM

पटना: शहर के नामी व्यवसायी मोहन कुमार खंडेलवाल के इकलौते पुत्र व संत जोसेफ हाइस्कूल (भूतनाथ रोड) के नवमी के छात्र शिवम खंडेलवाल के अपहरण के मामले में फरार मास्टरमाइंड गिरीश पाठक के बड़े भाई नवीन पाठक को पूछताछ के बाद शनिवार को जेल भेज दिया गया. उसकी पत्नी लीला पाठक को पुलिस ने छोड़ दिया. शिवम अपहरण कांड में नवीन पाठक की भी संलिप्तता सामने आयी है.

बताया जाता है कि भोजपुर के आरा नगर के धनपुरा गांव के वीरान स्थल स्थित जिस गोदामनुमा मकान से शिवम को बरामद किया गया था, वहां की चाबी नवीन ने ही गिरीश को दी थी. यह मकान नवीन की पत्नी लीला के नाम पर है. पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि गिरीश लगातार नवीन के संपर्क में था और बातचीत भी होती थी. उन दोनों के बीच गुरुवार को भी बातचीत हुई थी, लेकिन इस बात की जानकारी उसने पुलिस को नहीं दी थी. इधर, गिरीश और उसकी पत्नी अनामिका अभी भी फरार हैं. इस बाबत विधि व्यवस्था डीएसपी ममता कल्याणी ने बताया कि नवीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि उसकी पत्नी को केवल पूछताछ के लिए लाया गया था.

गिरीश ने किया था अंतरजातीय विवाह : पुलिस के अनुसार, गिरीश ने अनामिका से अंतरजातीय विवाह किया था. उसने मीठापुर बस स्टैंड में एक एसटीडी बूथ भी खोला था और वहीं पर उसकी जान-पहचान अनामिका से हुई थी. फिर दोनों ने मंदिर में शादी कर ली थी. एसटीडी बूथ नहीं चलने के बाद अनामिका ने मोहन खंडेलवाल के यहां नौकरी पकड़ी और फिर गिरीश को भी चालक के पद पर रखवा दिया.

शिक्षिका है नवीन की पत्नी : नवीन की पत्नी लीला एक निजी स्कूल में शिक्षिका है और ये लोग अनिसाबाद में जमीन लेकर हाल में ही मकान बनाया है. नवीन व लीला की शादी दस साल पहले हुई थी, लेकिन इनसे कोई बच्च नहीं है. पहले नवीन सरिस्ताबाद के पास अशोक यादव के मकान में रहता था, लेकिन घटना के बाद अनिसाबाद में मकान बना कर चले गये.

सात फरवरी की घटना
विदित है कि शिवम का अपहरण सात फरवरी की शाम साढ़े चार बजे हुआ था. उस समय वह अपनी सेंट्रो कार से चालक गिरीश पाठक के साथ वीरचंद पटेल स्थित पटना क्लब में टेनिस खेलने जा रहा था. उसकी गाड़ी जैसे ही पटना क्लब के सामने स्थित रोड ब्रेकर के पास पहुंची, वैसे ही चालक ने गाड़ी को स्लो कर दिया. उसी समय हथियारों से लैस दो अपहर्ता प्रदीप कुमार पाठक व अभिषेक सिंह आये और उन्होंने शिवम को अगवा कर लिया. हालांकि, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दस घंटे के अंदर ही शिवम को बरामद कर लिया था. दोनों अपहर्ता भी ऑनस्पॉट पकड़े गये थे. प्रदीप व गिरीश चचेरा भाई हैं.

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