पटना. शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि चालू शैक्षणिक सत्र 2021-22 में प्रदेश के 2948 मध्य विद्यालयों में कक्षा 10वीं की पढ़ाई शुरू की जायेगी. अगले दो साल में यहां 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए आधारभूत संरचना विकसित करने के लिए निर्देश जारी कर दिये गये हैं. इन स्कूलों में अपेक्षित शिक्षकों का प्रबंध प्रति नियोजन के आधार पर किया जायेगा. दरअसल यह वह विद्यालय हैं, जहां पिछले शैक्षणिक सत्र में कक्षा नौ की पढ़ाई शुरू की गयी थी.
शिक्षा विभाग ने इस आशय की अधिसूचना जारी कर दी है. अब इन स्कूलों को उच्च माध्यमिक स्कूल का दर्जा दिया जायेगा. इन सभी विद्यालयों में उच्च माध्यमिक स्कूलों के लिए प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की जायेगी.
इस अधिसूचना में कहा गया है कि अगर किसी विद्यालय में जगह के अभाव में स्कूली आधारभूत संरचना विकसित नहीं की जा सकी है, वहां अब बहुमंजिली इमारत बनायी जायेगी. अभी तक सरकारी स्कूलों के लिए बहुमंजिली इमारत मान्य नहीं थी़
इसी अधिसूचना में साफ कर दिया गया है कि जब तक इन मध्य विद्यालयों में आधारभूत संरचना विकसित होने तक दो पालियों में स्कूल संचालित किये जाएं. इसके अलावा शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि एक ही प्रांगण में चलने वाले उच्च माध्यमिक और मध्य स्कूल अलग-अलग यूनिट होंगे.
उल्लेखनीय है कि उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए आधारभूत संरचना का विकास बिहार शिक्षा परियोजना एवं मध्य स्कूल के लिए आधारभूत संरचना का निर्माण विद्यालय शिक्षा समिति करायेगी. जानकारी के मुताबिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए शिक्षा विभाग जमीन जुटाने के लिए प्रतिबद्ध है. वह इसके लिए न केवल निजी जमीन का अधिग्रणण करेगा,बल्कि दान और दूसरे विधि सम्मत तरीके से जमीन आरक्षित करने भी जा रहा है़
उत्क्रमित उच्च माध्यमिक और 2948 विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति छठे चरण में नियुक्त होने वाले शिक्षकों में से की जायेगी. इसके लिए माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. छठे चरण में नियुक्त होने वाले चालीस हजार से अधिक शिक्षकों में से नियुक्त करने के निर्देश दे दिये गये हैं.
उम्मीद जतायी जा रही है कि छठे चरण का नियोजन अगस्त माह तक पूरा हो जायेगा. संभवत: उसी दरम्यान इन शिक्षकों की नियुक्ति प्रति नियोजन के आधार पर इन स्कूलों में कर दी जायेगी. उल्लेखनीय है कि ऐसे विद्यालयों के लिए 32916 शिक्षकों के पद सृजित हैं.
Posted by Ashish Jha