भागलपुर में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजना के 11 हजार आवेदक को नहीं मिलेगा लाभ, जानें क्या है वजह
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजना के तहत जांच के बाद 11 हजार 503 आवेदक के आवेदन में गड़बड़ी मिली है. विभाग ने सभी लंबित आवेदनों का निष्पादन कर दिया है.
भागलपुर: पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के तहत जांच के बाद 11 हजार आवेदक को छात्रवृति योजना का लाभ नहीं मिलेगा. विभाग की जांच के बाद 11 हजार 503 आवेदक के आवेदन में गड़बड़ी मिली है. विभाग ने सभी लंबित आवेदनों का निष्पादन कर दिया है.
आवेदनों की कई स्तरों पर की गयी थी जांच
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के आवेदनों की इस बार कई स्तर पर जांच की गयी. योजना का लाभ देने के लिए जिला भर 33 हजार 110 छात्रों ने पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के लिए आवेदन किया था. बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग ने संबंधित शिक्षण संस्थानों को छात्रों का सत्यापन कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिये थे.
22 हजार 747 आवेदनों को मंजूरी
शिक्षण संस्थानों ने रिपोर्ट में 27 हजार 826 छात्र-छात्राओं को अपने संस्थान में पढ़ने जानकारी दी है. शिक्षण संस्थानों से मिली रिपोर्ट के अनुसार जिलास्तरीय टीम ने आवेदनों की जांच की. टीम ने 22 हजार 747 आवेदनों को मंजूरी प्रदान की है. इसके बाद टीम गठित कर जिला, राज्य व राज्य से बाहर के संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों का सत्यापन कराया गया. सत्यापन के बाद 20 हजार 987 छात्रवृति की राशि का भुगतान कर दिया गया.
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अनुसूचित जाति जनजाति, पिछड़ा, अति पिछड़ा वर्ग के मैट्रिक पास छात्र आगे की पढ़ाई करने के लिए इस योजना का लाभ ले सकते हैं. इस योजना में छात्रों को संस्थान में लगने वाली ट्यूशन फी की राशि का भुगतान छात्रवृत्ति के रूप में सरकार की तरफ से किया जाता है.
सभी आवेदनों का निष्पादन किया गया
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान के देवनारायण पंडित ने कहा कि पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लंबित सभी आवेदनों का निष्पादन लगभग कर दिया गया है. सभी आवेदनों की पूरी पारदर्शिता से जांच की गयी. 20 हजार 987 छात्रों को राशि उपलब्ध करा दी गयी है.