बालश्रम मुक्त बच्चों के पुनर्वास के लिए तैयारी

पटना: श्रम संसाधन सचिव संजय कुमार ने कहा कि बाल श्रम उन्मूलन में लगी एजेंसियों के बीच तालमेल जरूरी है. ऐसी सभी एजेंसियों के लिए एक मंच तैयार करने की जरूरत है, ताकि इस अभियान को क्रियान्वित करने में ताकत मिले. उन्होंने कहा कि बालश्रम से मुक्त कराये गये बच्चों के पुनर्वास के लिए भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2014 8:10 AM

पटना: श्रम संसाधन सचिव संजय कुमार ने कहा कि बाल श्रम उन्मूलन में लगी एजेंसियों के बीच तालमेल जरूरी है. ऐसी सभी एजेंसियों के लिए एक मंच तैयार करने की जरूरत है, ताकि इस अभियान को क्रियान्वित करने में ताकत मिले. उन्होंने कहा कि बालश्रम से मुक्त कराये गये बच्चों के पुनर्वास के लिए भी सशक्त रणनीति बनाने की जरूरत है, जिस पर सरकार पहल कर रही है.

बाल श्रम उन्मूलन दिवस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को यूनिसेफ के साथ आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में 2010-11 से अब तक 4,320 बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराया गया है.

42,167 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गयी, जिसमें 3,015 के खिलाफ मामले दर्ज किये गये हैं. बालश्रम से मुक्त कराये गये बच्चों को 1800 रुपये तत्काल दिये जाने का प्रावधान है, जबकि पांच हजार रुपये संबंधित डीएम के नियंत्रणाधीन खाते में जमा किये जाते हैं. इसकी आय से बच्चों के पुनर्वास की व्यवस्था करने का प्रावधान है. कार्यशाला को संबोधित करनेवालों में श्रमायुक्त सुरेश कुमार सिन्हा, श्रम अधीक्षक व जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शामिल थे.

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