बिहार : सेना भर्ती रैली में भगदड़ एक की मौत, पांच जख्मी

बीएमपी ग्राउंड में जाने के दौरान बेकाबू हुई भीड़ डेहरी : रोहतास जिले के डेहरी स्थित बीएमपी-टू के मैदान में बुधवार तड़के करीब तीन बजे सेना में बहाली के लिए प्रवेश के दौरान भगदड़ मच गयी. इसमें एक युवक की मौत हो गयी और पांच घायल हो गये. मृत युवक की पहचान गया जिले के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2018 7:19 AM
बीएमपी ग्राउंड में जाने के दौरान बेकाबू हुई भीड़
डेहरी : रोहतास जिले के डेहरी स्थित बीएमपी-टू के मैदान में बुधवार तड़के करीब तीन बजे सेना में बहाली के लिए प्रवेश के दौरान भगदड़ मच गयी. इसमें एक युवक की मौत हो गयी और पांच घायल हो गये. मृत युवक की पहचान गया जिले के शेरघाटी थाना के उदन बिगहा गांव निवासी मुकेश कुमार के रूप में की गयी.
चार घायल युवकों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि गया जिले के ही दुर्गापुर निवासी विमलेश कुमार की स्थिति नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बनारस स्थित ट्राॅमा सेंटर रेफर कर दिया.
सदर अस्पताल में भर्ती घायलों में गया जिले के फतेहपुर प्रखंड के बदउवां निवासी शशि भूषण कुमार के पुत्र श्याम नंदन कुमार, सोनहथ के बालेश्वर यादव के पुत्र धर्मेंद्र कुमार, कोंच प्रखंड के आदोपुर के विनय यादव के पुत्र देवदत्त कुमार व गया के गौरीशंकर सिंह के पुत्र मनीष कुमार शामिल हैं.
सभी घायल गया जिले के ही निवासी हैं. इस संबंध में रोहतास के एसपी एमएस ढिल्लो ने बताया कि अभ्यर्थियों के बीएमपी मैदान में जाने के लिए निर्धारित मुख्य गेट खुलने के बाद ग्राउंड में पहुंचने की मची होड़ के दौरान यह घटना हुई है. सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है. गौरतलब है कि सेना बहाली के पांचवें दिन गया जिले के युवाओं की बहाली होनी थी. हालांकि, बाद में बहाली प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें 3916 अभ्यर्थियों ने दौड़ सहित अन्य दक्षता जांच में हिस्सा लिया. इनमें 323 युवा चयनित हुए.
लोगों ने कहा, पुलिस ने किया बल प्रयोग : घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने आरोप लगाया कि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवकों पर लाठीचार्ज किया. इसके कारण वहां भगदड़ की स्थिति हो गयी.
हालांकि, पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज की घटना से इन्कार किया है. युवाओं ने घटना के लिए प्रशासनिक कुव्यवस्था को जिम्मेदार बताया. सेना बहाली में भगदड़ के बाद अधिकतर युवा तो मौके से भाग गये, लेकिन उनके एडमिट कार्ड, बैग व जूते-चप्पल जहां-तहां छूट गये. स्थिति शांत होने के बाद युवा अपने सामान ढूंढ़ने के लिए परेशान रहे.

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