गया : शेरघाटी के व्यवसायी विनोद प्रसाद के अपहरण में शामिल चार नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इनमें तीन आरोपित झारखंड के हंटरगंज व जोरी थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं. आरोपितों के पास से दो कट्टे, पांच कारतूस, एक बाइक व अपहृत को छोड़ने में वसूले गये 30 हजार रुपये भी बरामद किये गये हैं.
एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी न्यू सशस्त्र पीपुल्स मोर्चा (न्यू एसपीएम) नामक उग्रवादी संगठन से संबंध रखते हैं. नक्सलियाें ने नौ जनवरी को व्यवसायी विनोद प्रसाद का अपहरण कर उन्हें कौलेश्वरी पहाड़ी के जंगल में रखा था. लगातार दी जा रही पुलिस दबिश के कारण व्यवसायी को 12 जनवरी को रिहा कर दिया गया. इसके बाद सिटी एसपी गौरव मंगला, शेरघाटी डीएसपी उपेंद्र कुमार व टेक्निकल सेल के अधिकारियों की एक टीम गठित कर अपहर्ताओं को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी.
सोमवार को पुलिस ने घाघर नदी रोड से झारखंड के हंटरगंज थाने के बुच्ची दाढ़ी गांव निवासी संदीप यादव व झारखंड के ही जोरी थाना स्थित पोस्तिया निवासी निर्मल यादव को गिरफ्तार किया. दोनों की निशानदेही पर पोस्तिया के रहनेवाले ब्रजेश यादव व गया जिले के बाराचट्टी थाना स्थित रैगनियाटांड़ निवासी प्रमोद यादव को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि व्यवसायी को मुक्त करने में तीन-से-पांच लाख का लेन-देन हुआ है. जांच के बाद सब कुछ सामने आ जायेगा.
नक्सलियाें से व्यवसायी के अपहरण के दौरान इस्तेमाल किये गये कंबल व खाकी पैंट भी बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार अपराधियों के ऊपर झारखंड के जोरी, हंटरगंज व प्रतापपुर थाने में अपहरण, डकैती व लूटपाट के कई मामले दर्ज हैं.
संगठन के विस्तार के लिए जुटा रहे थे पैसे एसएसपी ने बताया कि पकड़े गये अपराधियों ने कुबूल किया है कि उन्होंने अपने संगठन की मजबूती व विस्तार के लिए अपहरण कर पैसे की वसूली की थी.
मामला पूरी तौर से साफ हो गया है. इस कांड में और छह से आठ अपराधियों की संलिप्तता की आशंका जतायी जा रही है. अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. इनमें पोस्तिया के अनिल यादव व प्रवेश यादव, हंटरगंज के सहदेव यादव, शेरघाटी के पिंटू, डोभी के मुकेश, आमस थाने के अहुरी निवासी आशीष यादव व अन्य दो शामिल हैं. इसमें अनिल यादव संगठन का सुप्रीमो बताया जाता है.