अस्पताल परिसर में फेंके मिले चेक व पुर्जे
हाजीपुर. सदर अस्पताल में परिसर में मंगलवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गयी, जब अस्पताल के दवा वितरण केंद्र के पीछे दर्जनों की संख्या में प्रसूताओं को सरकार की ओर से मिलने वाली राशि से संबंधित बैंक चेक व मरीजों के पुर्जे फेंके हुए पाये गये. लावारिस हालत में पड़े पुर्जों और चेक को […]
हाजीपुर. सदर अस्पताल में परिसर में मंगलवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गयी, जब अस्पताल के दवा वितरण केंद्र के पीछे दर्जनों की संख्या में प्रसूताओं को सरकार की ओर से मिलने वाली राशि से संबंधित बैंक चेक व मरीजों के पुर्जे फेंके हुए पाये गये. लावारिस हालत में पड़े पुर्जों और चेक को देखने के लिए लोगों की भीड़ भी जमा हो गयी. लोगों ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही बताया. फेंके गये दर्जनों मरीजों के पुर्जे वर्ष 2015 और 2016 का है.
इसमें मरीजों का नाम पता के साथ – साथ आशा का नाम भी अंकित है. साथ ही 20 दिसंबर, 2015 का एक बैंक चेक भी वहां पड़ा था, जो आईडीबीआई बैंक का है. चेक एक महिला मरीज के नाम से जारी किया गया है जिसमें 1400 रुपये अंकित है. चेक को अस्पताल प्रबंधक और अस्पताल उपाधीक्षक के हस्ताक्षर एवं मुहर से जारी किया गया है.
मालूम हो कि अस्पताल परिसर स्थित लेबर वार्ड में जिले के विभिन्न प्रखंडों से प्रतिदिन दर्जनों महिला मरीज इलाज कराने पहुंचती हैं.
प्रसव के बाद प्रसूताओं को दवा का पुर्जा जिस पर मरीज के नाम व पता के साथ-साथ आशा का नाम भी अंकित किया जाता है, उसके बाद पुर्जा, मरीज की फोटो , बैंक अकांउट, संबंधित कागजात रोगी कल्याण समिति के कार्यालय में जमा किये जाते हैं .जमा करने के बाद मरीजों को और आशा को सरकार की ओर से मिलने वाली राशि मरीज व आशा के खाते में सीधे भेजी जाती है लेकिन तीन वर्ष पूर्व का पुर्जा और चेक फेंका जाना लापरवाही को उजागर करने वाला है.
सभी कागजात रोगी कल्याण समिति कार्यालय में तैनात कर्मचारी की निगरानी में रहते हैं. संभाल कर रखने के बजाय इस तरह से फेंका जाना अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही को उजागर करता है.