बिहार : ”भगवान” को बचाने में महंत की चली गयी जान, जानें क्या है मामला
मटिहानी (बेगूसराय) : नया गांव थाना क्षेत्र के सफापुर में अपराधियों ने रविवार की रात ठाकुरबाड़ी से अष्टधातु की चार बेशकीमती मूर्तियाें की चोरी कर ली. महंत ने विरोध किया, तो अपराधियों ने लाठी-डंडे व ईंट-पत्थर से हमला कर हत्या कर दी. सुबह में घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गयी. बताया […]
मटिहानी (बेगूसराय) : नया गांव थाना क्षेत्र के सफापुर में अपराधियों ने रविवार की रात ठाकुरबाड़ी से अष्टधातु की चार बेशकीमती मूर्तियाें की चोरी कर ली. महंत ने विरोध किया, तो अपराधियों ने लाठी-डंडे व ईंट-पत्थर से हमला कर हत्या कर दी. सुबह में घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गयी.
बताया जा रहा है कि बीती देर रात अपराधी ठाकुरबाड़ी से अष्टधातु की राम, जानकी, लक्ष्मण व हनुमान की मूर्तियाें की चोरी करने लगे. उसी समय महंत महेंद्र दास (70) की नींद खुल गयी और वे मूर्तियों बचाने को लेकर चोरों से भिड़ गये. विरोध करने पर अपराधियों ने महंत की लाठी-डंडे व ईंट-पत्थरों से हमला कर हत्या कर दी और मूर्तियों को लेकर फरार हो गये. इस घटना की जानकारी सोमवार की सुबह ग्रामीणों को तब लगी जब ठाकुरबाड़ी में देर सुबह तक कोई हलचल नहीं हुई. लोग जब ठाकुरबाड़ी पहुंचे तो महंत का शव पड़ा मिला और मूर्तियां गायब थीं. चोरी गयी मूर्तियों की कीमत लाखों में बतायी जाती है.
इस घटना से आक्रोशित ग्रामीण बेगूसराय-नया गांव-मटिहानी पथ को जाम कर अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने और घटनास्थल पर एसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे. ग्रामीणों ने बताया कि महंत दिव्यांग थे. उनकी हत्या से लोग स्तब्ध हैं. आरोप है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण क्षेत्र में इन दिनों चोरी व हत्या की घटनाओं में वृद्धि हो रही है. सब कुछ जानते हुए भी पुलिस विभाग खामोश है. सूचना पाकर बेगूसराय एएसपी व सदर डीएसपी मिथिलेश कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्वयं जांच-पड़ताल में जुट गये.तीन घंटे बाद काफी मशक्कत कर लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा.