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बिहार : नदी किनारे मिली सिरकटी लाश, महिला डीलर ने कर्ज वापस मांगा तो कर दी हत्या, शव टुकड़ों में बांटा

नीमाचांदपुरा थाने के कुसमहौत की रहनेवाली डीलर तीन दिनों से गायब थी परिजनों ने अपहरण की आशंका जता कर दर्ज करायी थी प्राथमिकी बूढ़ी गंडक नदी किनारे मिली सिरकटी लाश बेगूसराय : महिला डीलर को अगवा कर सिर काट कर हत्या किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. साहेबपुरकमाल थाने के सादपुर गांव में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2018 4:28 AM
नीमाचांदपुरा थाने के कुसमहौत की रहनेवाली डीलर तीन दिनों से गायब थी
परिजनों ने अपहरण की आशंका जता कर दर्ज करायी थी प्राथमिकी
बूढ़ी गंडक नदी किनारे मिली सिरकटी लाश
बेगूसराय : महिला डीलर को अगवा कर सिर काट कर हत्या किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. साहेबपुरकमाल थाने के सादपुर गांव में बूढ़ी गंडक नदी किनारे सोमवार की सुबह एक महिला की सिरकटी लाश बरामद होने से इलाके में सनसनी फैल गयी. शव की पहचान को लेकर लोगों का हुजूम घटनास्थल पर उमड़ पड़ा. कुछ ही समय बाद मृतका की पहचान नीमा चांदपुरा थाना क्षेत्र के कुसमहौत निवासी स्व उचित राम की 40 वर्षीया पत्नी कविता देवी के रूप में की गयी.
वह जनवितरण प्रणाली दुकान की संचालिका थी. बताया जा रहा है कि बीते 15 मार्च को कविता नगर थाना क्षेत्र के पावर हाउस रोड स्थित पीडीएस दुकानदार संघ के कार्यालय में आहूत बैठक में भाग लेने आयी थी. देर शाम परिजन से बात हुई, लेकिन घर वापस नहीं आने पर संपर्क साधा तो उसका मोबाइल बंद था. 16 मार्च को नीमाचांदपुरा थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. सोमवार की सुबह शव मिलने की सूचना पर परिजन पहुंचे तो कविता के रूप में शिनाख्त की.
थानाप्रभारी राजेश कुमार के अनुसार सोमवार की सुबह ग्रामीणों ने गंडक नदी किनारे कपड़ा में लिपटा लावारिस सामान होने की सूचना थाने को दी. एएसआई संजय कुमार को दलबल के साथ घटनास्थल पर भेजा गया. तलाशी लेने पर उसमें एक महिला की क्षत-विक्षत लाश मिली. महिला का सिर धड़ से अलग था. हाथ-पांव भी कटे थे. अपराधियों ने लाश को टुकड़ों में बांट कर उसकी पहचान को मिटाने की कोशिश की, परंतु मृतक के परिजनों ने अंगूठी और कपड़े से उसकी पहचान की.
नीमाचांदपुरा थाने के एसएचओ संतोष कुमार शर्मा ने बताया है कि मृतका के भाई दिनेश राम ने 15 मार्च को थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. बताया जा रहा है कि पैसे के लेन-देन में हत्या हुई है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
कर्ज वापस मांगा तो कर दी हत्या
बकाया रुपये लौटाने का दबाव बनाना कुसमहौत की डीलर कविता देवी की हत्या का कारण बना. डीलर ने गांव के ही मो आलम को सात लाख रुपये कर्ज दिया था.पैसा लौटने का दबाव बनाने पर पहले अपहरण और फिर उसकी निर्मम हत्या कर दी.
घटना के बाद मृतका का भाई चेरियाबरियारपुर थाने के मंझौल कमला गांव निवासी दिनेश राम ने कहा कि उसकी बहन कविता देवी 15 मार्च 2018 को अनुमंडल डीलर संघ की बैठक में भाग लेने बेगूसराय गयी थी. देर शाम तक तो वह घर वापस नहीं लौटी. परंतु उसके मोबाइल से फोन जरूर आया.
आवाज स्पष्ट नहीं आ रहा था. साथ ही शोर-गुल जैसा माहौल लग रहा था. उससे बात करने के लिए जब दोबारा उसके नंबर पर डायल किया तो स्विच ऑफ बताना शुरू कर दिया. जिससे हमलोग परेशान हो गये और किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए थाने में आवेदन देकर गुहार लगायी. साथ ही खोजबीन भी जारी रखी.
इसी बीच पता चला कि गांव केही मो आलम ने पांच से सात लाख रुपया कर्ज लिया था. डीलर ने पुत्री की शादी के वास्ते उस पर रुपया लौटाने का दबाव बनाना शुरू किया तो उसने हत्या की साजिश रच दी. बेगूसराय में उसका अपहरण कर अपने बहन के यहां सादपुर गांव में ले गया.
इसकी सूचना पुलिस को दी. परंतु बगैर किसी प्रमाण के कोई कार्रवाई नहीं करने की बात करती रही. इसी बीच बदमाश हत्या करने की योजना में सफल हो गये.
अब पुलिस इस मामले की जांच और दोषी की गिरफ्तारी को लेकर कार्रवाई में जुट गयी है.अनुकंपा पर बनी थी डीलर :बताते चलें कि उचित राम की मृत्यु वर्ष 2006 में हुई थी. पति की मौत के बाद उनकी पत्नी कविता मुफलिसी की जिंदगी जी रही थी. इसी बीच अनुकंपा पर वह डीलर बनी. अच्छी कमाई को देखते हुए उनके ग्रामीण मो आलम उसके घर पर आने-जाने लगा. दोनों के बीच नजदीकी बढ़ गयी.
पैसे का लेद-देन शुरू हो गया. मो आलम ने यह कहकर लगभग सात लाख रुपये उधार लिया था कि जब आपकी बेटी की शादी होने लगेगी तो रुपये लौटा दूंगा. बेटी की शादी के वास्ते रुपये मांगने पर उसने अपने संबंधियों के साथ मिलकर अपहरण कर उसकी निर्मम हत्या कर दी. फिर शव को टुकड़ों में बांट कर बोरा में बंद कर बूढ़ी गंडक नदी किनारे फेंक दिया.

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