नयी दिल्ली : बिहार में वर्तमान लोकसभा के चुनाव का परिणाम नेताओं के रिश्तेदारों के लिए मिला जुला रहा जहां लालू प्रसाद की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी और उनकी पुत्री मीसा भारती चुनाव हार गई, वहीं लोजपा के रामविलास पासवान के पुत्र और भाई ने चुनाव में जीत दर्ज की.
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान जमुई से चुनाव लड रहे हैं तो राम विलास खुद हाजीपुर से मैदान में है. उनके छोटे भाई रामचंद्र पासवान समस्तीपुर से पार्टी उम्मीदवार बनाये गए थे. तीनों ने चुनाव में जीत दर्ज की.
बिहार की 40 सीटों में से नौ लोकसभा सीटें ऐसी सामने आई थी जहां से कई दिग्गजों के रिश्तेदार किसी न किसी दल से चुनाव में खम ठोक रहे थे. इन सीटों में पूर्णिया, औरांगाबाद, समस्तीपुर, सुपौल, मधेपुरा, सारण, पाटलीपुत्र प्रमुख है. इन सीटों पर कई दिग्गिजो के रिश्तेदारों के उतरने के कारण यहां मुकाबला काफी रोचक बन गया था.
सुपौल से कांग्रेस के टिकट पर पूर्व सांसद रंजीत रंजन मैदान में थीं तो उनके पति राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव मधेपुरा से राजद के टिकट पर चुनाव में किस्मत आजमा रहे थे. दोनों ने चुनाव में जीत दर्ज की. सारण से पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी चुनाव लड रही थी तो दूसरी ओर उनकी पुत्री मीसा भारती पाटलीपुत्र से चुनावी समर में थीं. चारा घोटाले में दोषी करार दिये जाने के कारण इस बार लालू प्रसाद चुनाव नहीं लड रहे थे.
सीवान से पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब चुनाव लड रही थी और उन्हें भाजपा के ओमप्रकाश यादव ने हराया. मुजफ्फरपुर से निवर्तमान सांसद जय नारायण निषाद के पुत्र अजय निषाद अपनी किस्मत आजमा रहे थे और वह चुनाव में विजयी रहे. पूर्णिया से भाजपा के निवर्तमान सांसद उदय सिंह तो चुनाव लड ही रहे थे, वहीं उनकी बहन एवं पूर्व सांसद श्यामा सिंह के पति और केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार कांग्रेस के टिकट पर औरंगाबाद से चुनाव लड रहे थे. उदय सिंह और निखिल कुमार दोनों चुनाव हार गए.