पटना: पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के चित्रगुप्त नगर स्थित मुन्ना चक में गौरव साइबर कैफे की आड़ में जाली सर्टिफिकेट व अंकपत्र बनाने के गोरखधंधा का खुलासा हुआ है. वे लोग एक हजार में मैट्रिक-इंटर, तो पांच हजार में इंजीनियरिंग का सर्टिफिकेट देता था.
साइबर कैफे में छापेमारी कर पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत तीन को गिरफ्तार किया है. इन लोगों के पास से काफी संख्या में मैट्रिक, इंटर, स्नातक के अंक पत्र बरामद किये गये हैं. यही नहीं, पटना व मगध विश्वविद्यालय के स्नातक व इंजीनियरिंग कॉलेजों के सर्टिफिकेट के अलावा कंप्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर, तीन मोबाइल फोन भी इनके पास से मिले हैं. इस संबंध में पत्रकार नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इन लोगों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
ग्राहक बन पुलिस ने पकड़ा : एसएसपी मनु महाराज को जाली शैक्षणिक दस्तावेज बनाने की सूचना मिलते ही उन्होंने तुरंत सिटी एसपी जयंत कांत के नेतृत्व में सदर डीएसपी मुत्तफीक अहमद व पत्रकार नगर थानाध्यक्ष दीवान इकराम खां की एक विशेष टीम गठित कर दी. इस टीम में शामिल दो पुलिस पदाधिकारियों को साइबर कैफे में सर्टिफिकेट व अंकपत्र का ग्राहक बना कर भेजा. वहां से सर्टिफिकेट व अंकपत्र बन जाने पर दोनों ने इसकी सूचना एसएसपी व सिटी एसपी को दी. इसके बाद वहां रेड कर सबों को पकड़ा गया. बताया जाता है कि साइबर कैफे में एक मास्टर कंप्यूटर में सभी शैक्षणिक दस्तावेजों का फॉरमेट पहले से ही बना कर रखा गया था. अगर कंप्यूटराइज्ड सर्टिफिकेट या अंकपत्र लेना है, तो तुरंत ही उसमें अंक काफी बारीकी से भर दिये जाते थे और प्रिंट निकाल कर ग्राहकों को दे दिया जाता था.