बिहार: गया के किसानों के लिए खुशखबरी, सीएम ने दिया 15 दिनों में मुआवजे के भुगतान का आदेश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के एक अणे मार्ग स्थित लोक संवाद परिसर से संभावित बाढ़, सुखाड़ व अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की. इस दौरान डीएम को निर्देश देते हुए सीएम ने कहा कि गया जिले में 1201 हेक्टेयर ओलावृष्टि के कारण फसल बर्बाद हुई है.
गया: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के एक अणे मार्ग स्थित लोक संवाद परिसर से संभावित बाढ़, सुखाड़ व अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की. इस दौरान डीएम को निर्देश देते हुए सीएम ने कहा कि गया जिले में 1201 हेक्टेयर ओलावृष्टि के कारण फसल बर्बाद हुई है. 15 दिनों के अंदर संबंधित किसानों को पैसा उपलब्ध करा दें. इसमें गया डीएम डॉ त्यागराजन, एसएसपी आशीष भारती, एडीएम मनोज कुमार, डीडीसी विनोद दूहन नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा सहित अन्य वरीय अधिकारी शामिल हुए.
भीषण गर्मी को देखते हुए मनरेगा का काम सुबह और शाम में करने का निर्देश
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि इस वर्ष अप्रैल माह से ही दिन प्रतिदिन काफी तेजी से तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है. क्षेत्रों में लगातार स्थिति का जानकारी एवं निगरानी रखें. हर हाल में अंतिम लोगों तक सहायता उपलब्ध कराने हेतु पूरी तैयारी रखें. मनरेगा के तहत कार्य करने वाले कामगारों व मजदूरों को भीषण गर्मी को देखते हुए सुबह एवं शाम में कार्य कराएं. इस दौरान डीएम ने बताया कि हर घर नल का जल ग्रामीण क्षेत्र योजना के तहत पंचायती राज विभाग द्वारा कुल 188 पंचायत के 2602 वार्ड में 2589 वार्ड में कार्य पूर्ण किया गया है तथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा कुल 144 पंचायतों में 1970 वार्ड में से 1941 वार्ड में कार्य पूर्ण किया है. छूटे हुए बसावट जो 1624 हैं, तेजी से पानी उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है. किसी भी टोली में पानी सप्लाइ बंद नहीं रहे. इससे निगरानी हेतु प्रखंड टेक्निकल असिस्टेंट द्वारा लगातार क्षेत्र भ्रमण कर इसका प्रतिवेदन लिया जाता है. जहां भी नल जल योजना बंद पायी जाती है, तुरंत मरम्मत करते हुए पानी सप्लाई शुरू करवा दी जाती है.
हीटवेव को लेकर अस्पतालों पर रखें विशेष नजर
इस बैठक में निर्देश दिया गया कि हर पंचायत के हर वार्ड में नल जल योजना के तहत पानी सप्लाई चालू रहे, इसका पूरा निगरानी रखना सुनिश्चित कराएं. पीएचइडी की समीक्षा के दौरान बताया गया कि वर्तमान समय में भूगर्भ जल स्तर 33.24 फीट नीचे है. अत्यधिक गर्मी पड़ने पर आवश्यकतानुसार टैंकर के माध्यम से भी जलापूर्ति सुनिश्चित करायी जायेगी. जिले में पशुओं को पानी पिलाने हेतु 27 कैटल ट्रफ में से 24 कैटल ट्रफ चालू हैं. समीक्षा बैठक में हीटवेव को लेकर निर्देश दिया गया कि सभी अस्पतालों पर विशेष नजर रखें. सभी सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था सुनिश्चित कराये. नगर विकास एवं आवास विभाग के समीक्षा के दौरान निर्देश दिया गया कि नालों की सफाई तेजी से कराएं.