महंगूपुर में युवक की गोली मारकर हत्या, रुपये के लेन-देन के विवाद में हुई हत्या

फुलवारीशरीफ : शुक्रवार की सुबह गोनपुरा पंचायत की मुखिया आभा देवी के भाई हेमंत कुमार शर्मा उर्फ बबलू शर्मा ( 42) को उनके महंगूपुर स्थित घर के बाहर ही गोली मार कर हत्या कर दी गयी. अहले सुबह जब बबलू शर्मा अपने घर के बाहर बैठ कर ग्रामीणों से बातचीत कर रहे थे तभी महंगूपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2018 2:41 AM
फुलवारीशरीफ : शुक्रवार की सुबह गोनपुरा पंचायत की मुखिया आभा देवी के भाई हेमंत कुमार शर्मा उर्फ बबलू शर्मा ( 42) को उनके महंगूपुर स्थित घर के बाहर ही गोली मार कर हत्या कर दी गयी. अहले सुबह जब बबलू शर्मा अपने घर के बाहर बैठ कर ग्रामीणों से बातचीत कर रहे थे तभी महंगूपुर के ही बाइक सवार तीन भाइयों ने गोलियों से भून उन्हें डाला और हथियार लहराते हुए फरार हो गये. हत्यारोपी संतोष सिंह, संटू सिंह और मंटू सिंह तीनों आपस में सहोदर भाई हैं.
वारदात के बाद आसपास के गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गयी, और लोग हंगामा करने लगे. मौके पर पहुंची जानीपुर पुलिस ने घटनास्थल से एक गोली बरामद की है. पुलिस जब लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजने लगी तब जानीपुर थानेदार मोहन प्रसाद सिंह को आक्रोशित लोगों ने घेरा और लाश को उठाने से रोक दिया. लोग हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए थे.
उधर, पुलिस टीम ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पूरे इलाके में नाकेबंदी कर छापेमारी शुरू कर दी. हेमंत कुमार शर्मा उर्फ बबलू शर्मा वेंक्टेश शर्मा के बड़े बेटे थे और मुखिया अाभा देवी से छोटे थे. हत्यारों के पिता महानंद सिंह (85) की लंबी बीमारी से शुक्रवार को तड़के ही मौत हो गयी थी. बबलू सिंह की हत्या में रुपये के लेन देन का मामला सामने आ रहा है.
बबलू शर्मा ने महानंद सिंह के बड़े बेटे संतोष सिंह को बतौर कर्ज तीन लाख रुपये दिया था. बताया जाता है की पिता महानंद सिंह की मौत की खबर सुन कर संतोष सिंह अपने भाई संटू सिंह के साथ सुबह घर लौट रहा था तभी रास्ते में बबलू शर्मा से उसकी बकाये रुपये के लिए बकझक हो गयी. इसके बाद बबलू शर्मा की हत्या कर दी गयी. बबलू शर्मा के सीने में नजदीक से दो गोली मारी गयी. बबलू प्रोपर्टी डीलर का काम करता था.
सुबह करीब सात साढ़े सात बजे हुई हत्या की वारदात के बाद लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा था. फुलवारी जानीपुर नौबतपुर थाने की पुलिस के साथ रैपिड एक्शन फोर्स को हंगामे को शांत कराने के लिए मौके पर बुलाना पड़ा. करीब पांच घंटे बाद पुलिस अफसरों के समझाने और हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन मिलने पर लोग शांत हुए और लाश को कब्जे में करके पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. उधर, हत्यारे संटू के घर पिता महानंद सिंह की लाश दाह संस्कार के इंतजार में देर शाम तक पड़ी थी.
कोई ग्रामीण महानंद सिंह की लाश को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने को आगे नहीं आया. मृतक बबलू शर्मा के भाई छोटे शर्मा ने बताया कि एक माह पहले भी संटू ने उनके भाई बबलू शर्मा पर गोली चलायी थी. इस मामले में मुखिया आभा देवी के साथ जानीपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
हत्यारोपित संटू सिंह टेंपो चलता है, जबकि उसका बड़ा भाई संतोष सिंह कर्ज के रुपये लेने के बाद गांव छोड़ कर पटना में ऑटो चलाता था. जानीपुर थानेदार मोहन प्रसाद सिंह ने बताया की हत्या की वारदात के पीछे रुपये का लेन देन का विवाद था. पुलिस ने हत्यारोपित के घर से टेंपो और दो बाइक जब्त कर थाने ले आयी है.
भैया दूज के दिन भाई की हत्या से बहन सदमे में
भाई दूज की तैयारियों में जुटीं गोंणपुरा मुखिया भाई बबलू के घर आने का इंतजार कर रही थीं तभी उसकी हत्या की खबर सुन कर रोते-बिलखते मुखिया अपने मायके महंगूपुर पहुंचीं और भाई का शव देख चीत्कार मार गिर पड़ीं. पिता के शव से लिपट कर अट्ठारह वर्षीया बेटी सोनाली और बारह वर्षीया बेटी सुनैनी का आंसू सूखने का नाम नहीं ले रहा था.

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