मोकामा : टाल का आतंक दिवाकर समेत चार गिरफ्तार
मोकामा : टाल के आतंक दिवाकर यादव समेत चार अपराधियों को घोसवरी थाने के त्रिमुहान से गिरफ्तार किया गया. गुरुवार की देर रात एसटीएफ व पटना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता हाथ लगी. मौके पर दो देसी कट्टे, पचास कारतूस, तीस हजार नकद, छह मोबाइल व एक बोलेरो जब्त किये गये. कुख्यात दिवाकर […]
मोकामा : टाल के आतंक दिवाकर यादव समेत चार अपराधियों को घोसवरी थाने के त्रिमुहान से गिरफ्तार किया गया. गुरुवार की देर रात एसटीएफ व पटना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता हाथ लगी. मौके पर दो देसी कट्टे, पचास कारतूस, तीस हजार नकद, छह मोबाइल व एक बोलेरो जब्त किये गये. कुख्यात दिवाकर घोसवरी के ही गोसांईं गांव का निवासी है.
पुलिस की गिरफ्त में आये अन्य अपराधियों में उमेश यादव, पप्पू कुमार कश्यप व चंदन कुमार (तीनों गोसांईं गांव) शामिल हैं. दरअसल जिला पुलिस मुख्यालय को सूचना मिली कि कुख्यात दिवाकर अपने गुर्गे के साथ टाल क्षेत्र में अपराध करने की योजना बना रहा है. बिहार पुलिस आईजी (अभियान) कुंंदन कृष्णन के निर्देश पर एसटीएफ टीम टाल इलाके में दबिश दी.
इधर, बाढ़ एएसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में घोसवरी थानेदार विभूति भूषण कुमार, हथिदह थानेदार अविनाश कुमार व पंडारक थानेदार दिवाकर कुमार विश्वकर्मा ने भी संदिग्ध ठिकाने पर पर दलबल के साथ घेराबंदी की. पुलिस आने की भनक लगते ही दिवाकर ने बोलेरो पर सवार होकर भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की सक्रियता के आगे उसकी एक नहीं चली.
दो देसी कट्टे, पचास कारतूस, तीस हजार नकद, छह मोबाइल व एक बोलेरो जब्त
दोहरे हत्याकांड में थी तलाश
कुख्यात दिवाकर ने गोसांईं गांव में रामविलास यादव व उसके पुत्र पप्पू को एक साथ गोलियों से भून दिया था. अपने सगे भाई अरुण की हत्या की प्रतिशोध में उसने यह वारदात की थी. इस घटना के बाद पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश में जुटी थी, लेकिन वह बार-बार पुलिस को चकमा दे रहा था.
हाल ही में पुलिस ने गुप्त सूचना पर जहानाबाद में दबिश दी थी, पर वह पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गया था. घोसवरी थानेदार ने बताया कि दिवाकर के खिलाफ आधा दर्जन संगीन मामले दर्ज हैं.