इराक में फंसे गोपालगंज के 10 युवक

गोपालगंज/सीवान/पटना: इराक में जारी भयावह हिंसा में सूबे के भी सैकड़ों लोग फंसे हैं. फिलहाल विदेश मंत्रालय इराक में फंसे लोगों की आधिकारिक संख्या बता पाने में असमर्थ है. इराक के बसरा में गोपालगंज के 10 युवकों के फंसे होने की सूचना मिली है. बसरा में सैमसंग कंपनी की लोकल प्रोजेक्ट वेस्ट क्यूरना सेकेंड फेज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2014 8:39 AM

गोपालगंज/सीवान/पटना: इराक में जारी भयावह हिंसा में सूबे के भी सैकड़ों लोग फंसे हैं. फिलहाल विदेश मंत्रालय इराक में फंसे लोगों की आधिकारिक संख्या बता पाने में असमर्थ है. इराक के बसरा में गोपालगंज के 10 युवकों के फंसे होने की सूचना मिली है.

बसरा में सैमसंग कंपनी की लोकल प्रोजेक्ट वेस्ट क्यूरना सेकेंड फेज में काम कर रहे युवकों ने बुधवार को गोपालगंज के डीएम कृष्ण मोहन को फैक्स भेज कर मदद की गुहार लगायी है. डीएम ने केंद्रीय गृह मंत्रलय को इसकी सूचना दे दी है. युवकों ने अपना मोबाइल नंबर भी डीएम के पास भेजा है.

साथ ही सैमसंग कंपनी का इ-मेल एड्रेस भी भेजा है. सीवान के भी दो युवक वहां फंसे हैं. असांव थानेके ससरांव गांव निवासी चंद्रमोहन सिंह का पुत्र संतोष कुमार सिंह व मधुसूदन तिवारी का पुत्र विद्याभूषण तिवारी वहां तीन वर्षो से फीटर का काम करते थे. करीब तीन दिन पहले पहले इराक के नंबर 008521020065 से संतोष कुमार सिंह के घर किसी ने फोन किया कि संतोष व विद्याभूषण की यहां चल रही हिंसा में मौत हो गयी. बुधवार को संतोष के भाई ने बताया कि अब वह नंबर बंद है और संपर्क नहीं हो पा रहा है.

इधर, इराक में फंसे युवकों के परिजन दहशत में हैं. एक टीवी चैनल से बातचीत में औरंगाबाद जिले के रहने वाले मुस्तफा हाशमी ने कहा है कि बसरा, अल जुबैर में एक हजार भारतीय लोग फंसे हुए हैं. अभी तक तो हम सुरक्षित हैं. लेकिन, आगे क्या होगा कुछ पता नहीं. हम अपना मोबाइल भी रिचॉर्ज नहीं करा पा रहे हैं. गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी ने बताया किराज्य प्रशासन विदेश मंत्रलय से लगातार संपर्क में हैं. विदेश मंत्रलय लगातार इराक के हालात के मद्देनजर सक्रिय तौर पर समीक्षा कर रहा है. इराक पर नजर रखने के लिए विदेश मंत्रलय में एक कंट्रोल रुम बनाया गया है. उनके कुशल घर वापसी के लिए कोशिशें तेज कर दी हैं.

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