गोली से घायल गायक की मौत

दो अप्रैल को अपराधियों ने मारी थी गोली, चल रहा था इलाज हरसिद्धि कृतपुर मठिया का था रहनेवाला, लगी थीं दो गोलियां मोतिहारी/पहाड़पुर : पहाड़पुर में अपराधियों की गोली से घायल भोजपुरी गायक जेपी यादव की मौत हो गयी. उसका इलाज शहर के एक निजी नर्सिंग होम में चल रहा था. 19 दिनों तक इलाज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2019 1:20 AM

दो अप्रैल को अपराधियों ने मारी थी गोली, चल रहा था इलाज

हरसिद्धि कृतपुर मठिया का था रहनेवाला, लगी थीं दो गोलियां
मोतिहारी/पहाड़पुर : पहाड़पुर में अपराधियों की गोली से घायल भोजपुरी गायक जेपी यादव की मौत हो गयी. उसका इलाज शहर के एक निजी नर्सिंग होम में चल रहा था. 19 दिनों तक इलाज के बाद शनिवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया. वह हरसिद्धि थाने के कृतपुर मठिया गांव का रहने वाला था. छतौनी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. मौत की खबर सुनते ही चाहने वालों की भीड़ अस्पताल में जुटने लगी. पुलिस ने आनन-फानन में पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया.
पहाड़पुर थानाध्यक्ष अमन कुमार ने बताया कि घायल अवस्था में जयप्रकाश का बयान लिया गया था. उसने बयान के आधार पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. उन्होंने बताया कि अपराधियों का सुराग मिला है. उसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है. गौरतलब है कि दो अप्रैल की शाम करीब 6:30 बजे जेपी यादव ससुराल पश्चिमी चंपारण के मझौलिया बिनवलिया जाने के लिए निकला था. पहाड़पुर के नरकटिया चौक-सटहा मुख्य पथ पर कब्रिस्तान के बाद उजले रंगे के हंक बाइक पर सवार दो अपराधियों ने घेर कर उसे गोली मार दी थी.
दो बार हुआ था ऑपरेशन : निजी नर्सिंग होम में जेपी यादव का दो बार ऑपरेशन हुआ. डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर एक गोली निकाल दी, लेकिन दूसरी गोली फंसी रह गयी. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने आये उसके छोटे भाइ नागेंद्र राय ने बताया कि डॉक्टरों ने कहा था कि शरीर में फंसी गोली से कोई खतरा नहीं है. इलाज के बाद उनके स्वास्थ्य में काफी सुधार था, लेकिन अचानक उनकी मौत हो गयी.
नहीं थी दुश्मनी : जेपी यादव चंपारण का मसहूर भोजपुरी गायक था. पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में उसके संगीत के लोग दिवाने थे. सधारण परिवार से ताल्लुकात रखने वाला जेपी बहुत कम समय में अपनी पहचान बना ली थी. छठ व होली के उसके कई गाने यू ट्यूब पर काफी लोकप्रिय था. उसके भाई ने बताया कि जेपी को किसी से दुश्मनी नहीं थी. पत्नी बबिता देवी का रो-रो का बुरा हाल था. उसे तीन बच्चे पुत्र साकेत कुमार (7), पुत्री साक्षी कुमारी (5) व ज्योती कुमारी (3) है.
ग्रामीण सुबोध संदेह के घेरे में : जेपी यादव हत्याकांड में उसके एक ग्रामीणों पर परिजनों को शक है. उसके भाई नागेंद्र राय ने बताया कि जेपी ससुराल जाने के लिए घर से निकला तो पहाड़पुर चौक के पास सुबोध ठाकुर व एक अन्य व्यक्ति से उसकी मुलाकात हुई.दोनों उसकी बाइक पर बैठ इंगलिस चौक तक गये. वहा दोनों बाइक से उतर गये. उसके कुछ ही दूर आगे अपराधियों ने उसे गोली मार दी. वह दो बार अस्पताल में जेपी से मिलने आया, उसके बाद अचानक गायब हो गया.
इधर, मौत की सूचना पर मुखिया रामजन्म राम, पूर्व मुखिया चंद्रशेखर सिंह, सोनालाल साह, अरविंद साह, झपसी यादव, संजय यादव, अवधेश यादव, शिवपूजन यादव, ब्रजकिशोर यादव, गुड्डू कुमार पांडेय, जनार्दन मिश्रा, अशोक तिवारी, धनंजय तिवारी, संजीव कुमार, अरविंद कुमार तिवारी, मालिक उपाध्याय प्रभुनाथ दुबे ने शोक संवेदना व्यक्त की है.

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