पांच दिन पूर्व हुई हत्या में अभी तक शव की नहीं हुई शिनाख्त

रीगा थाना क्षेत्र के मेहशिया गांव की घटना 18 अप्रैल को पुलिस ने सरेह से बरामद किया था शव पेट में चाकू गोद कर अपराधियोंने की थी हत्या अबूझ पहेली बना है युवक कीहत्या का मामला सीतामढ़ी : रीगा थाना क्षेत्र के मेहशिया गांव के सरेह से बरामद युवक के शव की अब तक पहचान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2019 1:09 AM

रीगा थाना क्षेत्र के मेहशिया गांव की घटना

18 अप्रैल को पुलिस ने सरेह से बरामद किया था शव
पेट में चाकू गोद कर अपराधियोंने की थी हत्या
अबूझ पहेली बना है युवक कीहत्या का मामला
सीतामढ़ी : रीगा थाना क्षेत्र के मेहशिया गांव के सरेह से बरामद युवक के शव की अब तक पहचान नहीं हो सकी है. ग्रामीणों की सूचना पर रीगा थाने की पुलिस ने 18 अप्रैल को शव बरामद किया था. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को पहचान के लिए सुरक्षित रखा गया था. उक्त अवधि भी बीतने के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. युवक की हत्या व परिजन का अब तक पुलिस से संपर्क स्थापित नहीं करना हत्या के पीछे की अबूझ पहेली बनकर रह गयी है.
सवाल तैर रहा है कि आखिर युवक की हत्या के पीछे की असली वजह क्या है?
अपराधियों ने जिस तरीके से हत्या को अंजाम दिया है, उससे यह साफ तौर पर जाहिर हो रहा है कि मंशा काफी खतरनाक व नृशंस था. पेट में इस प्रकार से चाकू गोंदकर मौत के घाट उतारा गया था कि उसका आंत बाहर आ गया था. पुलिस ने घटनास्थल से एक चाकू व ह्वाइटनर का दो खाली डिब्बा बरामद किया था.
प्रथमदृष्टया इसी चाकू से हत्या करने की बात सामने आयी थी. लेकिन अभी तक पुलिस इस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है कि वास्तव में हत्यारों ने इसी चाकू का इस्तेमाल किया है. संभव है कि पुलिस को दिग्भ्रमित करने व अनुसंधान को प्रभावित करने का यह प्रयास किया गया हो. इसका एक कारण यह भी है कि घटनास्थल से बरामद चाकू पर खून का निशान नहीं पाया गया था. बकौल थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया जब तक युवक की पहचान नहीं हो जाती है, तब तक अपराधियों के बारे में अनुमान लगाना मुश्किल है. विधिवत अनुसंधान किया जा रहा है. मृत लाल गमछाधारी युवक के बाहरी होने की चर्चा की जा रही है.
ग्रामीणों ने पुलिस के समक्ष मृतक को पहचानने से इन्कार कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार का हुलिया वाला कोई युवक इलाके में नहीं दिखा था. संभव है कि अपराधियों ने बाहर से लाकर उसकी हत्या कर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को सरेह में फेंक दिया हो. युवक की पहचान में ही हत्या की पूरी वजह भी छिपी है, लिहाजा ग्रामीण भी इसमें दिलचस्पी ले रहे हैं. फिलहाल युवक की पहचान होना सबसे जरूरी है.

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