मेरी हत्या की रची गयी थी साजिश

बेतिया/मोतिहारी : भाजपा प्रत्याशी सह सांसद डॉ संजय जायसवाल ने रविवार को खुद पर हुए हमले का जिम्मेवार मोतिहारी डीएम व एसपी को बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी हत्या की साजिश रची गयी थी. हमले के दौरान उनका गला दबाने का प्रयास भी किया गया था. बार-बार सूचना के बाद भी मोतिहारी के डीएम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2019 2:25 AM

बेतिया/मोतिहारी : भाजपा प्रत्याशी सह सांसद डॉ संजय जायसवाल ने रविवार को खुद पर हुए हमले का जिम्मेवार मोतिहारी डीएम व एसपी को बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी हत्या की साजिश रची गयी थी. हमले के दौरान उनका गला दबाने का प्रयास भी किया गया था.

बार-बार सूचना के बाद भी मोतिहारी के डीएम व एसपी ने मौके पर सुरक्षा बल नहीं भेजा. सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए सांसद ने कहा कि मामले की शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे. इनका कहना था कि दोनों अधिकारियों से न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि नरकटिया विधानसभा अंतर्गत बूथ संख्या 162व 163 पर गड़बड़ी की जा रही थी.

इसकी लिखित शिकायत जिला निर्वाचित पदाधिकारी से की गयी थी. उन्होंने मोतिहारी के संबंधित पदाधिकारियों से इससे अवगत कराया, लेकिन वे बूथ पर शांति होने की बात कहते रहे. सूचना मिलने पर जब वे गये, तो वहां व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी दिखी. एक खास समुदाय के लोगों को वोट नहीं देने दिया जा रहा था. कई वोटरों की पिटाई की गयी थी, जिससे कुछ महिला व पुरुष मतदाता बेहोश हो गये थे.

जब पीठासीन अधिकारी से पूछा कि बूथ पर पुलिस जवानों की मौजूदगी के बाद भी ऐसा क्यों हो रहा है. तब वहां लाठी-डंडे लैस हजारों लोगों ने उन्हें घेर लिया. ईंट व पत्थर बरसाये गये. उनके वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया.

डीएम-एसपी को करते रहे फोन, नहीं किया रिसीव

सांसद ने कहा कि वे मोतिहारी डीएम व एसपी को लगातार फोन करते रहे, लेकिन फोन नहीं उठाया गया. इसके बाद आरओ सह पश्चिम चंपारण के डीएम से बात की. सांसद ने कहा कि मोतिहारी एसपी लगातार बोलते रहे कि वे घटनास्थल की ओर चल दिये हैं, लेकिन नहीं पहुंचे. अंधेरा होने पर डीएसपी व एसडीओ वहां पहुंचे और अपने वाहन से उन्हें और भीड़ से घीरे कुछ वोटरों को बाहर निकाला. इस दौरान दोनों पदाधिकारियों के वाहनों पर पथराव किया जाता रहा.

24 घंटे बाद भी नहीं लिया गया बयान

सांसद ने कहा कि 24 घंटा बीतने के बाद भी उनका बयान तक नहीं लिया गया है. प्रशासन की ओर से क्षतिग्रस्त वाहन हटा दिया गया है, लेकिन उनके पास सबूत के तौर पर घटना से जुड़ी तस्वीर और वीडियो फुटेज है. उन्होंने बताया कि हमले में घायल लोग मोतिहारी अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन कोई पुलिस पदाधिकारी उनका बयान दर्ज करने नहीं पहुंचा है.

जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई : आईजी

घटना को लेकर तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आईजी नैय्यर हसनैन खान ने बताया कि विडियो फुटेज संग्रह किया जा रहा है. इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ खिलाफ कार्रवाई होगी. एसडीओ व डीएसपी की ओर से प्रतिवेदन भेजा गया है, जिसकी स्थानीय स्तर पर समीक्षा की जा रही है.

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