पटना: सावन की पहली सोमवारी को लेकर शहर में जबरदस्त उत्साह है. सोमवारी के दिन भगवान शिव के जलाभिषेक को लेकर महावीर मंदिर से लेकर शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटेगी. शहर के तमाम मंदिरों की सजावट की गयी है. मंदिरों के बाहर फूल, बेलपत्र व धतूरा समेत पूजन सामग्री का बाजार सजा है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु रूद्राभिषेक भी करायेंगे. सोमवारी को लेकर बाजार पूरी तरह सज चुका है.
मंदिरों में चढ़ने वाले फूल, बेलपत्र, धतूरा व भांग की मांग को देखते हुए फूलों के बाजार में भी तैयारी है. पटना जंकशन स्थित थोक फूल विक्रेताओं के अनुसार सावन में आम तौर पर हर दिन लगभग दो लाख रुद्र बेलपत्र (एक रुद्र में 11 बेलपत्र) की मांग खुदरा विक्रेताओं के द्वारा होती है. हर दुकान में 5-6 हजार धतूरा की बिक्री होती है.
दुकानदार भरत कुमार ने बताया कि अकवन का फूल, धतूरा व भांग की बिक्री सोमवारी में बढ़ जाती है. हर सोमवार को एक से सवा लाख रुपये की बिक्री होती है. सावन में प्रतिदिन 40 से 50 हजार रुपये के बेल पत्र व अन्य पूजन सामग्री की बिक्री होती है. बोरिंग रोड चौराहा मंदिर स्थित फूल विक्रेता रवि ने बताया कि अधिकतर बेलपत्र कोलकाता के मेदिनीपुर जिले से मंगाये जाते हैं. कुछ स्थानीय इलाकों बिहटा व खुसरूपुर तथा भागलपुर से भी मंगाये जाते हैं. एजेंट ट्रकों से बेल पत्र मंगाते हैं. एक ट्रक की कीमत लाखों रुपये देनी होती है. इसमें पैकेट के अनुसार कीमत होती है. यहीं से राजधानी के अधिकतर खुदरा व्यापारी बेल पत्र व फूल लेकर जाते हैं.
बाजार में कांवरों की कीमत 250-25000 रुपये तक है. ऑर्डर पर 1.5 लाख रुपये तक का कांवर बनाया जाता है. कांवर में प्रयोग किये जाने वाले घुंघरू व घंटी जलेश्वर से मंगाये जाते हैं, जबकि कांवर में प्रयोग किये जाने वाले पीतल की मूर्ति मुरादाबाद से मंगायी जाती है. पिछले साल की अपेक्षा कांवरों की कीमत में 25-30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.