पटना. राज्य में बिहार स्वच्छ ईंधन योजना के तहत पुराने डीजल-पेट्रोल से चल रही तीन पहिया वाहनों को सीएनजी व बैट्री में कनवर्ट करने का निर्णय लिया गया है.
इसके लिए 13 रेट्रोफिटमेंट कंपनियों को अनुमति दी गयी है, ताकि लोग आराम से सीएनजी किट लगा सकें. इसके लिए राज्य भर में डीटीओ कार्यालय जगह-जगह पर शिविर लगाकर लोगों को जागरूक करेंगे.
विभागीय अधिकारियों के अनुसार बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर सरकार ने इन गाड़ियों को बदलने का निर्णय लिया है. विभाग की मंशा है कि लोगों में खुद ही इतनी जागरूकता आये कि कॉमर्शियल तीन पहिया वाहन को खुद ही पहल कर उसे बदलवा लें.
बिहार स्वच्छ ईंधन योजना के तहत अगर तीन पहिया वाहन चालक सहित सात लोगों के बैठने की क्षमता की होगी और वे अपनी गाड़ी को नया सीएनजी वाहन में बदलेंगे तो उन्हें 40 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा. जबकि इसी क्षमता में बैटरी से चलने वाले वाहन खरीदने पर 25 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा.
सीएनजी किट के रेट्रोफिटमेंट कराने पर चालक सहित सात व्यक्ति तक बैठने वाली क्षमता की गाड़ियों और व्यावसायिक मोटर कैब व मैक्सी कैब को 20 हजार रुपये एकमुश्त की दर से अनुदान दिया जायेगा.
पहले 31 जनवरी, 2021 के मध्य रात्रि से पटना नगर निगम और 31 मार्च, 2021 के मध्य रात्रि से दानापुर, खगौल व फुलवारीशरीफ नगर पर्षद क्षेत्र में डीजल चालित आॅटो के परिचालन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया था. लेकिन, राज्य कैबिनेट ने इस तिथि को बढ़ा दिया है. अब 30 सितंबर, 2021 तक पटना नगर निगम और दानापुर, खगौल व फुलवारीशरीफ नगर पर्षद में डीजल चालित तिपहिया वाहनों का परिचालन जारी रहेगा.
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पटना का परमिट हो
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पुराने वाहन का निबंधन प्रमाणपत्र
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नये वाहन का निबंधन प्रमाणपत्र
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नये बैट्री चालित अथवा सीएनजी तिपहिया वाहन क्रय की स्थिति में पूर्व स्वीकृत परमिट प्रत्यर्पण का प्रमाण
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पूर्व निर्गत परमिट पर
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नये सीएनजी चालित तिपहिया वाहन अथवा बैट्री चालित तिपहिया वाहन के प्रति स्थापन का प्रमाणपत्र
Posted by Ashish Jha