पटना: बिहार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने उन्होंने कहा कि एफसीआइ और राज्य खाद्य निगम की संयुक्त कार्ययोजना के तहत अनाज का उठाव किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भारत और पाकिस्तान की तरह व्यवहार कर रह हैं.
श्री रजक ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने अनाज के उठाव की बिना समीक्षा किये ही राज्य सरकार पर आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि कार्ययोजना के तहत प्रतिदिन 12 हजार मीटरिक टन अनाज के उठाव का लक्ष्य दिया गया था. राज्य खाद्य निगम इस लक्ष्य को पूरा किया. अब लगभग 14 हजार मीटरिक टन अनाज का उठाव किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अवधि विस्तार के बाद 77 हजार 125 मीटरिक टन अनाज का उठाव किया जा चुका है, जो 31 रैक के बराबर है.
उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा मेरे स्तर पर प्रतिदिन की जा रही है. उन्होंने कहा कि एफ सीआइ द्वारा समय पर आवंटन और रैक सही समय पर नहीं आने के कारण खाद्यान्न उपलब्ध नहीं कराया गया. उन्होंने कहा कि अवधि विस्तार के बाद युद्ध स्तर पर अनाज का उठाव किया जा रहा है.
जमुई, गया, बेगूसराय, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल और सहरसा में मजदूरों की समस्या होने के कारण अनाज उठाव बाधित हुआ है. इतना ही नहीं, कई जगहों पर तो उनके मजदूरों ने उठाव करनेवाले कर्मियों के साथ अशोभनीय व्यवहार भी किया है.
उन्होंने कहा कि एफसीआइ के पास भंडारण क्षमता नहीं है. उसे 23 लाख मीटरिक टन का भंडारण करने की क्षमता चाहिए और उनके पास मात्र पांच लाख मीटरिक टन क्षमता का गोदाम है. उन्होंने बिना तैयारी के राज्य में खाद्य सुरक्षा कानून लागू करने के पासवान के आरोप पर कहा कि राज्य में पूरी तैयारी के साथ इस कानून को लागू किया गया है. सारी व्यवस्था कंप्यूटरीकृत है. लाभार्थियों की सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया जारी है.