सभी विवि वाइफाइ व स्कूल ब्रॉड बैंड से जुड़ेंगे

प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह में केंद्रीय आइटी व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने की घोषणा 50 स्कूलों के डेढ़ हजार मेधावी विद्यार्थियों को सम्मान पटना : केंद्रीय कानून, आइटी व संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार सभी विश्वविद्यालयों को वाइफाइ और स्कूलों को ब्रॉड बैंड से जोड़ेगी. साथ ही ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2014 5:02 AM

प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह में केंद्रीय आइटी व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने की घोषणा

50 स्कूलों के डेढ़ हजार मेधावी विद्यार्थियों को सम्मान

पटना : केंद्रीय कानून, आइटी व संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार सभी विश्वविद्यालयों को वाइफाइ और स्कूलों को ब्रॉड बैंड से जोड़ेगी. साथ ही ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से हर साल देश के एक लाख गांवों को जोड़ा जायेगा.उन्होंने यह घोषणा शनिवार को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में प्रभात खबर की ओर से आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में की.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब देश तेजी से आगे बढ़ रहा है. देश की तरक्की के लिए यह जरूरी है कि भावी पीढ़ी यानी छात्र खुलकर अपने विचार व्यक्त करें. जब देश की भावी पीढ़ी खुलेगी, तो देश में विचारों की जकड़न समाप्त होगी और विकास के नये रास्ते भी खुलेंगे. उन्होंने इसके लिए फेसबुक को सबसे बढ़िया माध्यम बताते हुए छात्रों को इससे जुड़कर विचारों का आदान-प्रदान करने और समाज तथा सरकार को नये सुझाव देने की अपील की.

उन्होंने कहा कि आइटी के युग में विचारों और सूचनाओं के आदान-प्रदान से ही नये विचार सामने आ सकते हैं. उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि वे खुद और अपने बच्चों को फेसबुक से जोड़ें और सरकार को अपने विचार और सुझाव भेजें जिससे सरकार को अपनी नीतियां बनाने में मदद मिलेगी.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी मैं केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में काम कर चुका हूं. तब मैंने बतौर मंत्री ढेर सारे टीवी चैनलों को लाइसेंस प्रदान किये थे. आज देश में टीवी चैनलों की कमी नहीं है और उनकी आपसी प्रतिद्वंद्विता से देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्तरीय सूचनाएं व जानकारियां मिल रही हैं.

सरकार की अब यही कोशिश है कि सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को आपस में इस कदर जोड़ा जाये ताकि देश को नये विचार और सूचनाएं मिल सकें. श्री प्रसाद ने कहा कि सम्मान से आत्मविश्वास बढ़ता है. बच्चों को उनके अच्छे कार्यो के लिए सम्मानित करने से अन्य बच्चों को भी अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है. उन्होंने कहा कि जब मैं आठवीं कक्षा में पढ़ता था तब मुझे एक वाद-विवाद कार्यक्रम में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था.

मैंने अखबार की वह कटिंग काफी दिनों तक संभाल कर रखा था और मुझे अच्छा करने की उससे प्रेरणा मिलती थी. उन्होंने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी के मामले में भारत श्रीलंका से भी पीछे है. हमारा लक्ष्य है कि अगले पांच वर्षो में भारत एशिया महाद्वीप के औसत तक पहुंचे.

उन्होंने कहा कि ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से हर साल देश के एक लाख गांवों को जोड़ने का हमने लक्ष्य निर्धारित किया है. कार्यक्रम में इंटर व दसवीं की परीक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राजधानी के 50 स्कूलों के डेढ़ हजार से भी अधिक विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया.

इन्होंने भी दिया सम्मान

कार्यक्रम में रविशंकर प्रसाद के साथ पटना विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ वाइसी सिम्हाद्री, बैंक ऑफ इंडिया के जोनल मैनेजर एमएनए अंसारी, नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ रासबिहारी सिंह, मगध विश्वविद्यालय की पटना शाखा के प्रभारी मनोज कुमार, चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति ए लक्ष्मीनाथ, निफ्ट के निदेशक संजय श्रीवास्तव, सीआइएमपी के डीन प्रो बालाकृष्णन, इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक क्यू हैदर और एनआइओएस के संजय सिन्हा ने भी विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया.

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