पटना: आरा की गांगी (मुरदा घाटी) से राज्य में हेरोइन की सप्लाइ की जाती थी. आरा का होटल मालिक राधा चरण सेठ यूपी से हेरोइन मंगवाता था और उसे इन लोगों को दे देता था. खास बात यह है कि हेरोइन खरीदनेवालों में स्कूल-कॉलेज के छात्रों के साथ ही बड़े घरों की महिलाएं भी शामिल थीं.
रूपसपुर व उसके सटे अपार्टमेंट में रहनेवाले कुछ युवक इसके अच्छे ग्राहक थे. इसके कारण धंधेबाजों ने अपना ठिकाना रूपसपुर पुल के पास और पाटलिपुत्र स्टेशन के इर्द-गिर्द बना रखा था. रेलवे स्टेशन शुरू नहीं होने के कारण इस इलाके में घूमने आनेवाले अमीर लोगों की संख्या काफी रहती है, जिसके कारण उन्हें अपना माल खपाने में काफी आसानी होती है. यह सनसनीखेज खुलासा पकड़े गये हेरोइन तस्करों ने रूपसपुर पुलिस के समक्ष किया है. गिरफ्तार तस्करों ने पुलिस को जानकारी दी है कि वे लोग पांच ग्राम हेरोइन की कीमत दो हजार लेते थे. ज्यादा लेने पर कुछ डिस्काउंट भी करते थे.
सामने पीने के बाद दी जाती थी हेरोइन : यह गिरोह उन लोगों को ही हेरोइन देता था, जो उनकी आंखों के सामने पीकर दिखाते थे. हेरोइन पीने के बाद उनकी बोलचाल व हाव-भाव से ये तस्कर जान लेते थे कि इसे हेरोइन की जरूरत है. अगर किसी को पीने के बाद स्थिति खराब हो जाती थी, तो फिर उससे वे लोग किनारा कर लेते थे. अगर इन तस्करों से हेरोइन लेनी है, तो किसी ऐसे व्यक्ति का सहारा लेना पड़ता था, जो हेरोइन का नशा पहले से ले रहा है.
भेजे गये जेल, लिये जा सकते हैं रिमांड पर : दो करोड़ की हेरोइन के साथ पकड़े गये संजय कुमार (आरा), बबलू प्रसाद उर्फ डैंजर (अगमकुआं, रसीदचक), अजीत कुमार (दीघा, पॉलशन), अजय कुमार सिंह (कंकड़बाग) व कपिलदेव राय (हाजीपुर, वैशाली) को मंगलवार को रूपसपुर पुलिस ने जेल भेज दिया. ये लोग रूपसपुर पुल के समीप हेरोइन के साथ पकड़े गये थे.