कुमार हिमांशु
पटना : पिछड़े राज्य बिहार के लिए खुशखबरी है. यहां गया जिले में सोने की खान मिलने की उम्मीद है. सोने की तलाश में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआइ) वहां जांच कर रहा है.शुरुआती नतीजे सकारात्मक आने के बाद अब जांच के लिए ड्रिलिंग की जा रही है. गया जिले के मझौली, अजयनगर और घनसूरा इलाके में सोने की खान की तलाश चल रही है. जीएसआइ ने पिछले साल यहां सोने की खोज के लिए जांच की. सूत्र बताते हैं कि शुरुआती जांच के नतीजे उत्साहवर्धक रहे हैं.
इसके बाद राज्य के खनन एवं भूतत्व विभाग ने राज्यस्तरीय भूतात्विक कार्यक्रम पर्षद (एसजीपीबी) को इन जगहों पर 2014-15 में भी सोने की खोज जारी रखने की सिफारिश की. यह अनुशंसा केंद्र के पास भेजी गयी. इन इलाकों में सोने की खोज के लिये ग्राउंड सैंपल के नतीजे सकारात्मक पाये गये. इसके बाद वहां सोने की खोज के लिये ड्रिलिंग करके सैंपल लिये जा रहे हैं.
सूत्र बताते हैं कि अभी तक ड्रिंलिंग से कोई ठोस नतीजा तो नहीं निकला है, लेकिन काम जारी है. एक आला अधिकारी ने बताया कि उम्मीद है और जीएसआइ के लोग वहां सोने की खोज में कड़ी मेहनत कर रहे हैं. जानकार बताते हैं कि काफी पुरानी चट्टानों वाले इलाकों में सोने की मौजूदगी होती है.
गया के ये इलाके भी पुरानी चट्टानों वाले हैं. देखने लायक बात यह होगी कि खनिज में सोने का अनुपात कितना है. इसी के आधार पर तय होगा कि व्यावसायिक उत्पादन फायदे का सौदा होगा या नहीं. बिहार में अगर सोने की खान मिली, तो यहां की अर्थव्यवस्था की तकदीर बदल जायेगी.
विभाजन के बाद बिहार से सभी बेशकीमती खनिज झारखंड में चले गये. खनिज के मामले में बिहार काफी पीछे हो गया. पिछले दिनों बेतिया और किशनगंज में पेट्रोलियम मिलने की संभावना भी क्षीण पड़ गयी और वहां खोज बंद कर दी गयी है. मालूम हो कि इसके पहले गया के गेरे केवटी और झाझा, जमुई में भी सोने की तलाश का काम हुआ है.
– जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया कर रही सोने की खान की खोज
– ग्राउंड सैंपल के नतीजे सकारात्मक पाये गये
– जांच के लिए अब की जा रही ड्रिलिंग
इन इलाके में खोज जारी
गया के मझौली, अजयनगर और घनसूरा
पहले भी हुई थी खोज
गया के गेरे केवटी
झाझा व जमुई